गुजरात के 512 गांवों में नहीं है दूरसंचार कनेक्टिविटी, आदिवासी जिले के 32 फीसदी गांव में भी कनेक्टिविटी नहीं, केंद्र सरकार ने लोकसभा में दी जानकारी
By विशाल कुमार | Published: February 6, 2022 09:18 AM2022-02-06T09:18:09+5:302022-02-06T09:20:13+5:30
गुजरात की तुलना में पंजाब, हरियाणा, केरल, और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सभी गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी है। वहीं, बड़े राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश के 327, बिहार के 245, पश्चिम बंगाल के 8, तमिलनाडु के 49 और कर्नाटक के 441 गांवों में दूरसंचार कनेक्टिविटी नहीं है, जो गुजरात की तुलना में बहुत कम है।
नई दिल्ली:गुजरात के 17,843 बसे हुए गांवों में से लगभग तीन प्रतिशत यानी कुल 512 में मोबाइल दूरसंचार कनेक्टिविटी नहीं है। मौजूदा बजट सत्र के दौरान लोकसभा में यह जानकारी दी गई। लोकसभा में भाजपा सांसद मनसुखभाई वसावा द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में केंद्रीय संचार राज्यमंत्री देवुसिंह चौहान ने यह जानकारी दी।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, जहां डांग के आदिवासी जिले के 32 प्रतिशत गांवों में कोई कनेक्टिविटी नहीं है, तो वहीं कच्छ के 9.5 प्रतिशत और नर्मदा जिलों के 12 प्रतिशत गांवों में भी दूरसंचार सुविधाओं की कमी है।
डांग जिले में ऐसे 98 गांव हैं जहां दूरसंचार सुविधा नहीं है तो वहीं क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़े जिले कच्छ के 83 गांवों में कनेक्टिविटी नहीं है। नर्मदा का मुख्य रूप से आदिवासी जिला 67 गांवों के साथ उन जिलों की सूची में तीसरे स्थान पर है जहां कोई दूरसंचार कनेक्टिविटी नहीं है।
हालांकि, गुजरात की तुलना में पंजाब, हरियाणा, केरल, और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सभी गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी है। वहीं, बड़े राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश के 327, बिहार के 245, पश्चिम बंगाल के 8, तमिलनाडु के 49 और कर्नाटक के 441 गांवों में दूरसंचार कनेक्टिविटी नहीं है, जो गुजरात की तुलना में बहुत कम है।
केवल ओडिशा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में बड़े पैमाने पर दूरसंचार कनेक्टिविटी नहीं है, जहां क्रमशः 6,099 गांवों, 2,328 गांवों, 2,612 गांवों, 1,787 गांवों में दूरसंचार कनेक्टिविटी नहीं है।
गुजरात में आणंद, गांधीनगर, खेड़ा और मेहसाणा जिलों के 100 प्रतिशत गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी है। ट्राई (भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण) के अनुसार, नवंबर 2021 तक गुजरात में 6.86 करोड़ मोबाइल उपयोगकर्ता हैं।