दिव्यांगों के पुनर्वास के लिए सरकार ने छह महीने के पाठ्यक्रम की शुरुआत की
By भाषा | Published: May 19, 2021 08:01 PM2021-05-19T20:01:33+5:302021-05-19T20:01:33+5:30
नयी दिल्ली, 19 मई सरकार ने दिव्यांग लोगों के पुनर्वास के लिए बुधवार को छह महीने के एक पाठ्यक्रम की शुरुआत की।
समुदाय आधारित समावेशी विकास (सीबीआईडी) कार्यक्रम सामुदायिक स्तर पर जमीनी पुनर्वास कार्यकर्ताओं का एक समूह बनाने पर केंद्रित है जो दिव्यांगता से जुड़े मुद्दों से निपटने और दिव्यांग व्यक्तियों के समाज में समावेश के लिए आशा और आंगनवाड़ी कर्मियों के साथ काम कर सकते हैं।
पाठ्यक्रम की विषयवस्तु भारत और ऑस्ट्रेलिया के विशेषज्ञों की एक समिति ने विकसित की है।
दायित्व निभाने में इन कार्यकर्ताओं की क्षमता को मजबूत करने के लिए यह पाठ्यक्रम क्षमता आधारित ज्ञान एवं कौशल के आधार पर तैयार किया गया है।
इन कार्यकर्ताओं को ‘‘दिव्यांग मित्र’’ के नाम से जाना जाएगा।
इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारतीय पुनर्वास परिषद शुरू में पाठ्यक्रम को दो बैच में दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के सात राष्ट्रीय संस्थानों और समुदाय आधारित पुनर्वास कार्यक्रमों में अनुभव रखने वाले 7-9 स्वयंसेवी संगठनों में पायलट आधार पर शुरू करना चाहती है।
अधिकारी ने कहा कि शुरू में पाठ्यक्रम हिन्दी, अंग्रेजी और सात क्षेत्रीय भाषाओं-गुजराती, मराठी, उडिया, बंगाली, तेलुगु, तमिल और गारो में होगा। 600 विद्यार्थियों के पहले बैच के लिए कक्षाएं अगस्त तक शुरू होने की उम्मीद है।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने पाठ्यक्रम की शुरुआत ऑनलाइन की।
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