गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों के परिजनों को सरकारी नौकरी देगी नीतीश सरकार
By निखिल वर्मा | Published: June 26, 2020 11:47 PM2020-06-26T23:47:47+5:302020-06-26T23:57:46+5:30
15 जून की रात लद्दाख के गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच खूनी झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए
बिहार कैबिनेट में गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों को लेकर बड़ा फैसला किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया कि चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में शहीद हुए जवान के परिवार में एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में 15 जून को हुए खूनी संघर्ष में भोजपुर के चंदन कुमार, समस्तीपुर के अमन कुमार, वैशाली के जयकिशोर सिंह, पटना जिले के बिहटा के हवलदार सुनील कुमार और सहरसा के सिपाही कुंदन कुमार शहीद हुए थे।
तेलंगाना सरकार ने कर्नल संतोष बाबू के परिजनों को दिए 5 करोड़ रुपये
पिछले हफ्ते तेलंगाना सरकार ने लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए कर्नल और 19 अन्य जवानों के परिजन को अनुग्रह राशि दिए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि सीमाओं की सुरक्षा करने वाले बलों को यह संदेश दिया जाना चाहिए कि पूरा देश उनके साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना सरकार शहीद कर्नल बी संतोष बाबू के परिवार को पांच करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि देगी और बाकी शहीद जवानों के परिजन को 10 - 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करेगी।
Bihar Cabinet approves a proposal to provide government job to a family member each of the soldiers from the state who lost their lives in Galwan Valley clash in Ladakh.
— ANI (@ANI) June 26, 2020
तेलंगाना के शहीद कर्नल की पत्नी को समूह-1 की सरकारी नौकरी के साथ ही एक आवासीय भूखंड भी दिया जाएगा। राव ने कहा कि 19 शहीद जवानों के परिवारों को दस दस लाख रुपये रक्षा मंत्री के माध्यम से दिए जाएंगे।