नयी दिल्ली, 10 नवंबर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि सरकार डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र को बढ़ावा देकर पेंशन लाभार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण जीवन प्रमाणपत्र जमा करने में पूर्व में पेंशनभोगियों को हुई कठिनाइयों के कारण सरकार ने इस साल एक नवंबर से 31 दिसंबर तक उन्हें जमा करने की मौजूदा समय सीमा में ढील दी है।
कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में पेंशन और पेंशनभोगियों का कल्याण विभाग (डीओपीपीडब्ल्यू) डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र को बढ़ावा देते हुए पेंशन लाभार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रहा है। इसे अपनी सुविधा से घर से ही जमा कराया जा सकता है। ’’
डीओपीपीडब्ल्यू द्वारा आयोजित ‘‘कोविड-19 महामारी में विचार और ध्यान की शक्ति’’ विषय पर ब्रह्म कुमारी शिवानी बहन के साथ संवाद सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान वरिष्ठ नागरिक आसानी से संक्रमित हो सकते हैं इसलिए उनकी मदद की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से मानसिक तनाव को कम करने में मदद मिलती है और इससे बीमारी से शरीर की भी रक्षा होती है ।
एक बयान में कहा गया कि इस कार्यक्रम का मकसद महामारी के दौरान मानसिक स्वास्थ्य के प्रति वरिष्ठ पेंशनभोगियों को जागरूक करना था।
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