Google Doodle: गूगल आज अपने खास डूडल के जरिए अर्थशास्त्री, प्रोफेसर और लेखक सर विलियम आर्थर लुईस (Sir W Arthur Lewis) को याद कर रहा है। इस डूडल को मैनचेस्टर के आर्टिस्ट कैमिला रू (Camilla Ru) ने बनाया है।
आज ही दिन (10 दिसंबर), 1979 में सर आर्थर लुईस को संयुक्त रूप से अर्थशास्त्र के नोबेल मेमोरियल प्राइज से नवाजा गया था। उन्हें ये पुरस्कार उन आर्थिक शक्तियों को लेकर काम करने को लेकर दिया गया था, जो विकासशील देशों को प्रभावित करती हैं।
आधुनिक विकास अर्थशास्त्र के क्षेत्र में काम करने वाले बड़े नामों में से एक सर लुईस लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पहले अश्वेत फैकल्टी सदस्य थे। यही नहीं, वे ब्रिटिश विश्वविद्यालय में भी एक पद पाने वाले और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में पूर्ण रूप से प्रोफेसरशिप हासिल करने वाले पहले अश्वेत भी थे।
सर लुइस का जन्म 23 जनवरी 1915 को कैरेबियाई द्वीप सेंट लुसिया में हुआ था। उनके माता-पिता, दोनों स्कूल शिक्षक थे और एंटीगुआ से आए अप्रवासी थे। उन्होंने 14 साल की उम्र में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और फिर सिविल सेवा में क्लर्क के रूप में काम करने लगे।
साल 1932 में उन्हें अपनी काबिलियत के दम पर सरकारी छात्रवृत्ति मिली और वे आगे की पढ़ाई के लिए लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स चले गए। नस्लीय भेदभाव का सामना करने के बावजूद, 33 साल की उम्र में वे एक प्रोफेसर के तौर पर नियुक्त हुए।
सर डब्ल्यू आर्थर लुईस ने संयुक्त राष्ट्र में बहुत योगदान दिया और अफ्रीकी, एशियाई और कैरिबियाई देशों की सरकारों में एक विशेषज्ञ के तौर पर सलाहकार के रूप में अपनी बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने कैरेबियन डेवलपमेंट बैंक को स्थापित करने में भी अहम भूमिका निभाई। वे इसके पहले पहले अध्यक्ष भी रहे।
उनकी आजीवन उपलब्धियों के सम्मान में ब्रिटिश सरकार ने 1963 में डब्ल्यू आर्थर लुईस को नाइटहुड की उपाधि से सम्मानित किया। सर आर्थर का निधन 15 जून, 1991 को बारबाडोस के ब्रिजटाउन में हुआ।