पणजी, पांच जनवरी गोवा सरकार ने मंगलवार को उत्तरी गोवा के सत्तारी तालुका के शेल-मेलॉलीम गांव में प्रस्तावित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) परिसर के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती और प्रदर्शन के बीच जमीन का सीमांकन किया।
गांव के स्थानीय लोग आईआईटी परियोजना का विरोध कर रहे हैं और उनका दावा है कि इससे उनकी जमीन छिन जाएगी।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने रविवार को दावा किया कि राज्य सरकार विरोध प्रदर्शनों के बावजूद परियोजना पर आगे बढ़ेगी।
शेल-मेलॉलीम गांव में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई जहां करीब 200 स्थानीय लोगों की भीड़ ने उनका विरोध किया, जिनमें अधिकतर महिलाएं थीं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि परियोजना के लिए वे अपनी जमीन नहीं देंगे।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि परियोजना के लिए जमीन चिह्नित करने पहुंचे राज्य भूमि सर्वेक्षण विभाग के अधिकारियों को ग्रामीणों द्वारा रोके जाने से बचने कर खातिर पुलिस टीम को बुलाया गया।
एक प्रदर्शनकारी ने दावा किया, ‘‘स्थिति तब तनावपूर्ण हो गई जब ग्रामीणों को महसूस हुआ कि उन्हें प्रदर्शन स्थल पर व्यस्त रखा गया जबकि कुछ सर्वेक्षण अधिकारियों ने जंगल की सड़क से इलाके में प्रवेश कर अपना काम पूरा कर लिया।’’
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दोपहर में ग्रामीणों और पुलिसकर्मियों के बीच मामूली झड़प हुई, लेकिन उस समय तक भूमि सर्वेक्षण अधिकारी वहां से चले गए थे।
प्रदर्शनकारी निकिता नाईक ने कहा, ‘‘हमारी सहमति के बगैर जमीन का सीमांकन किया गया। हम प्रक्रिया को मान्यता नहीं देते।
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