Goa Election 2022: अरविंद केजरीवाल ने गोवा में 'आप' उम्मीदवारों से साइन कराया एफिडेविट, बोले- भरोसा टूटा तो लोग करा सकेंगे FIR
By विनीत कुमार | Published: February 2, 2022 02:56 PM2022-02-02T14:56:19+5:302022-02-02T15:56:41+5:30
गोवा में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों ने एक एफिडेविट साइन किया। पार्टी की ओर से उम्मीदवारों को चुनाव में जीत के बाद भी पार्टी के प्रति भरोसेमंद बने रहने की शपथ दिलाई गई।
पणजी: गोवा में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवारों से बुधवार को एक एफिडेविट साइन कराई गई। साथ ही उम्मीदवारों से पार्टी के प्रति भरोसेमंद बने रहने की शपथ भी दिलाई गई। उम्मीदवारों से शपथ दिलाई गई कि अगर वे आगामी चुनाव में जीत हासिल करते हैं तो ईमानदारी से काम करेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे।
इस मौके पर 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पार्टी के सभी उम्मीदवार ईमानदार लोग हैं, फिर भी उन्होंने गोवा राज्य के मतदाताओं को आश्वस्त करने के लिए इस हलफनामे पर हस्ताक्षर करने का फैसला किया है जहां पार्टी चुनाव के बाद बड़ी ताकत के रूप में उभरने का दावा कर रही है।
'उम्मीदवार धोखा दें तो लोग करा सकेंगे एफआईआर'
केजरीवाल ने कहा कि इन हलफनामों की प्रतियां गोवा के मतदाताओं को उपलब्ध कराई जाएंगी ताकि बाद में जीतने पर अगर वे बईमानी करते हैं या पार्टी बदलते हैं तो वे उन उम्मीदवारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा सकेंगे।
केजरीवाल ने कहा, 'हमारे उम्मीदवार अपने निर्वाचन क्षेत्र के हर घर में हस्ताक्षर किए हुए हलफनामे की फोटोकॉपी भेजेंगे। ऐसा करके हम मतदाताओं को हलफनामे की शर्तों का उल्लंघन करने पर अपने उम्मीदवारों के खिलाफ विश्वासघात का मामला दर्ज करने का अधिकार दे रहे हैं।'
गोवा में 14 फरवरी को मतदान होना है। ऐसे में केजरीवाल चार दिनों की यात्रा पर गोवा में हैं। केजरीवाल ने मंगलवार को दावा किया कि गोवा विधानसभा चुनाव के बाद सत्तारूढ़ भाजपा की 'रणनीति' कांग्रेस विधायकों को अपने पाले में लाकर सरकार बनाने की होगी।
हवाई अड्डे पर पत्रकारों से केजरीवाल ने कहा, 'यह विधानसभा चुनाव गोवा के लिए महत्वपूर्ण है। गोवावासियों को यह तय करना है कि उनके लिए सबसे अच्छा क्या है। एक विकल्प आम आदमी पार्टी का समर्थन करना है, जिसने भ्रष्टाचार मुक्त सरकार बनाने का वादा किया है। दूसरा विकल्प प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से भाजपा का समर्थन करना है।'