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गोवा कांग्रेस ने स्पीकर को लिखी चिट्ठी, बोली- "माइकल लोबो और दिगंबर कामत को अयोग्य घोषित करें"

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: July 11, 2022 19:30 IST

गोवा कांग्रेस का आरोप है कि माइकल लोबो और दिगंबर कामत सत्ताधारी भाजपा के पक्ष में कांग्रेस विधायकों को तोड़ना चाहते हैं। इसलिए कामत और लोबो की विधानसभा सदस्यता को स्पीकर खत्म करें।

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ठळक मुद्देगोवा कांग्रेस ने स्पीकर से माइकल लोबो और दिगंबर कामत को अयोग्य ठहराने की मांग कीगोवा कांग्रेस का आरोप है कि दोनों विधायकों सत्ताधारी भाजपा के पक्ष में कांग्रेस को तोड़ना चाहते हैंदिगंबर कामत और माइकल लोबो इसके लिए भाजपा के साथ सांठगांठ कर रहे हैं

पणजी:गोवा में चल रही सियासी उठा-पटक के बीच प्रदेश कांग्रेस ने सोमवार को गोवा विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावड़कर को याचिका देते हुए माइकल लोबो और दिगंबर कामत को अयोग्य ठहराने की मांग की है।

गोवा कांग्रेस का आरोप है कि दोनों विधायकों सत्ताधारी भाजपा के पक्ष में कांग्रेस को तोड़ना चाहते हैं। इसके साथ ही कांग्रेस ने यह आरोप भी लगाया है कि दिगंबर कामत और माइकल लोबो इसके लिए भाजपा के साथ सांठगांठ कर रहे हैं।

इस मामले में जानकारी देते हुए गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमित पाटकर ने कहा कि पार्टी ने माइकल लोबो और दिगंबर कामत को सदन से अयोग्य ठहराये जाने के लिए विधानसभा स्पीकर के समक्ष याचिकाएं दायर दी है।

इससे पहले कांग्रेस ने स्पीकर रमेश तावड़कर को सूचित किया था कि कांग्रेस पार्टी तुरंत प्रभाव से माइकल लोबो को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से हटा रही है।

इसके साथ ही अमित पाटकर ने यह भी कहा, "चूंकि दोनों विधायकों ने स्वयं पार्टी छोड़ी है, इसलिए स्पीकर के समक्ष उन्हें अयोग्य ठहराये जाने की याचिकाएं दायर की गई हैं। वैसे भी इस तरह के मामले में सुप्रीम कोर्ट का स्पष्ट कहना है कि सदस्य द्वारा पार्टी विरोधी गतिविधि को सदस्यता छोड़ने के बराबर ही मानना चाहिए।"

उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक दल को विभाजित करने का भाजपा का कदम विफल हो गया क्योंकि वह दलबदल विरोधी कानून के प्रावधानों को आकर्षित किए बिना ऐसा करने के लिए आवश्यक विधायकों की आवश्यक संख्या नहीं जुटा सका।

महाराष्ट्र की सियासत का उदाहरण देते हुए भाजपा पर आरोप लगाते हुए पाटकर ने कहा, "भाजपा ने जिस तरह से महाराष्ट्र में पैसे और बाहुबल का शर्मनाक खेल किया है, उससे लोकतंत्र शर्मिंदा है और महाराष्ट्र के बाद अब भाजपा उसी खेल को गोवा में दोहराना चाहती है।"

कड़े शब्दों में भाजपा पर आरोप लगात हुए उन्होंने कहा कि भाजपा जिस तरह के हथकंडे अपना रही है उससे उसकी मंशा स्पष्ट है कि वो जिन राज्यों में सत्ता में हैं, वहां से विरोधियों का मिटाना चाहती है।

मालूम हो कि लगभग कांग्रेस के लगभग 10 की संख्या में विधायक भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के संपर्क में हैं। गोवा की कुल 40 विधानसभा सीटों वाली विथानसभा में कांग्रेस के कुल 11 विधायक हैं।

कांग्रेस का दावा है कि गोवा की सत्तारूढ़ भाजपा भारी धनबल और बाहुबल के जरिये पार्टी के विधायकों को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है।

गोवा कांग्रेस के प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा, "हमारे कई विधायकों को पार्टी छोड़ने के लिए भाजपा की ओर से बड़ी रकम की पेशकश की जा रही है। मैं रकम का खुलासा तो नहीं कर सकता लेकिन भाजपा ने जितने पैसों की पेशकश की, उससे मैं स्तब्ध हूं।" (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

टॅग्स :गोवाकांग्रेसDigamber KamatBJP
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