गिरिराज सिंह का नीतीश कुमार पर तंज-पहले गाय के गोबर और गंगा जल से प्रायश्चित करें, उसके बाद बैठक बुलाएं
By एस पी सिन्हा | Published: May 29, 2023 03:50 PM2023-05-29T15:50:32+5:302023-05-29T15:51:51+5:30
पटना में विपक्षी दलों के महाजुटान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि नीतीश को जिसके साथ बैठक करना है करें, लेकिन उससे पहले उन्हें प्रायश्चित करना होगा। नीतीश पहले गाय के गोबर और गंगा जल से प्रायश्चित करें, उसके बाद बैठक बुलाएं।
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पटना में 12 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है। पटना में विपक्षी दलों के महाजुटान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि नीतीश को जिसके साथ बैठक करना है करें, लेकिन उससे पहले उन्हें प्रायश्चित करना होगा। नीतीश पहले गाय के गोबर और गंगा जल से प्रायश्चित करें, उसके बाद बैठक बुलाएं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा पर इतिहास बदलने के आरोपों पर गिरिराज सिंह ने कहा कि हम लोग इतिहास बदल ही रहे हैं। जिस देश में 75 साल गरीबों को सड़क पर शौच के लिए जाना पड़ता था, वहां अब हर घर में शौचालय बन रहा है। इससे बड़ा इतिहास बदलना क्या होगा कि जिसे पानी ना मिले उन सबको पानी पहुंचाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि केवल संसद भवन ही नहीं बन रहा है बल्कि आपने कल ही सुना कि गरीबों का घर बनने में जहां 29 साल में 3.15 करोड़ घर बना वहीं 9 साल में चार करोड़ घर बनवाए गए। विपक्षी दलों की 12 जून को पटना में होने वाली बैठक को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा इसमें क्या दिक्कत है। नीतीश बाबू 12 जून के साथ-साथ 25 जून का भी आह्वान करें क्योंकि नीतीश कुमार 74 के आंदोलन की उपज रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आपातक में जयप्रकाश के नेतृत्व में वे निकल कर आए और आज वही नीतीश कांग्रेस के साथ में घूम रहे हैं। प्रधानमंत्री का साया सपना देख रहे हैं। आज किस मुंह से एकता की बात करेंगे जो आपातकाल का दिन भूल गए। इसके लिए पहले नीतीश को चाहिए कि 25 जून के दिन गंगा का बालू, गाय का गोबर और गंगाजल लेकर प्रायश्चित करें।
नए संसद भवन के उद्घाटन में जदयू सांसद और राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश के जाने लेकर जदयू ने के द्वारा सवाल खड़ा किये जाने पर गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश बाबू सवाल खड़ा कर रहे हैं क्योंकि वे प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने में अपना सब कुछ अपना खो दिया है।