अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले मोदी सरकार में केंद्रीय मत्स्य एवं पशुधन मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान को पाकिस्तान का डर नहीं है, लेकिन देश के गद्दारों से खतरा है। देवबंद का दारूल उलूम आतंकवाद की गंगोत्री है और दुनिया में आतंकवाद की घटनाओं का जुड़ाव देवबंद से ही रहा है।
गिरिराज ने कहा 'देवबंद से आतंकवाद को हमेशा समर्थन मिला है। आतंकवादी भी यहां आकर रुके हैं, चाहे हाफिज सईद का मामला हो या अन्य घटनाएं'।
इसके साथ ही गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि वह गजवा-ए-हिंद के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। गजवा-ए-हिंद को भारत में लाकर मुस्लिम राष्ट्र बनाना चाहते हैं। हम उनका यह मकसद कामयाब नहीं होने देंगे। हमारी सरकार इन लोगों को सबक सिखाने में समर्थ है।
इससे पहले गिरिराज सिंह ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर आरोप लगाया था कि वह जामिया मिल्लिया इस्लामिया और एएमयू जैसे शिक्षण संस्थानों में देश के खिलाफ ‘‘जहर घोल’’ रहे हैं। साथ ही कहा कि पाकिस्तान का गठन ऐसे ही लोगों के लिए किया गया है।
सिंह ने ट्वीट किया है, ‘‘ओवैसी जैसे चरमपंथी जामिया और एएमयू जैसे संस्थानों में देश के खिलाफ जहर घोल कर देशद्राहियों की सेना तैयार कर रहे हैं। ओवैसी और उनके जैसे अन्य संविधान विरोधियों को रोकना होगा। भारतीय अब जाग उठे हैं। हमं दबाएं और तोड़े नहीं। पाकिस्तान आपके लिए बनाया गया था। हमें शांति से जीने दें।’’
केन्द्रीय मंत्री ने ओवैसी का एक वीडियो टैग किया है, जिसमें वह लोकसभा में बोल रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे जामिया के छात्रों को अपना समर्थन दे रहे हैं। साथ ही, वह सरकार पर अत्याचार करने का आरोप लगा रहे हैं। सीएए विरोधी प्रदर्शनों और उत्तर प्रदेश पुलिस का संदर्भ देते हुए ओवैसी बोल रहे हैं, ‘‘एक बच्चे की आंख चली गई। बेटियों को पीटा जा रहा है। बच्चों पर गोलियां चल रही हैं।’’