नई दिल्ली: नीतीश कुमार के बिहार में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के साथ अपना गठबंधन समाप्त करने के फैसले ने मंगलवार को नीतीश कुमार के 2024 में विपक्ष का पीएम चेहरा बनने की अटकलें तेज कर दीं। नीतीश कुमार के 'सीएम पद के लिए प्यार' की कड़ी निंदा करते हुए भाजपा नेताओं ने उनको ऐसे व्यक्ति के रूप में खारिज कर दिया जो 'अपने दम पर' मुख्यमंत्री भी नहीं बन सकते।
भारतीय जनता पार्टी के गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार का पूरा राजनीतिक करियर एक तरफ से दूसरी तरफ जाने वाला है। उन्होंने कहा कि वह कुछ नया नहीं कर सकते हैं इसलिए वह जवाबदेही और सत्ता विरोधी लहर से बचने के लिए साझेदार बदलते हैं। वहीं, गिरिराज सिंह ने 'नीतीश सबके हैं' वाले पोस्टर को लेकर ट्वीट किया कि "नीतीश सिर्फ कुर्सी के है।"
भाजपा नेता सीटी रवि ने नीतीश के स्विच को 'अच्छा छुटकारा' करार दिया और ट्वीट किया, "अगर किसी को लगता है कि 2024 में सिक्युलरों के लिए प्रधानमंत्री का पद खाली हो जाएगा तो वह 'पप्पू के जन्नत' में रह रहे हैं। हर भारतीय इस बात से वाकिफ है कि भारत का प्रधानमंत्री आने वाले कई दशकों तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का ही रहेगा।"
नीतीश कुमार के इस आरोप पर कि भाजपा जदयू को नष्ट करने की कोशिश कर रही है, भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि भाजपा ने उन्हें कई बार केंद्रीय मंत्री बनाया और उन्हें मुख्यमंत्री भी बनाया। एएनआई से सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार को राजद के साथ वह सम्मान नहीं मिलेगा जो उन्हें भाजपा में मिला था। हमने ज्यादा सीटें होने के बावजूद उन्हें सीएम बनाया और कभी उनकी पार्टी को तोड़ने की कोशिश नहीं की। हमने तो उन्हें ही तोड़ा जिन्होंने हमें धोखा दिया। महाराष्ट्र में शिवसेना ने हमारे साथ विश्वासघात किया और परिणाम भुगतने पड़े।