नयी दिल्ली, नौ दिसंबर भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने पुणे की जेनोवा बायोफार्मास्यूटिकल्स द्वारा विकसित कोविड-19 के टीके का मानव पर पहले और दूसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण करने की सशर्त मंजूरी दे दी है।
दवा कंपनी जेनोवा, अमेरिकी कंपनी एचडीटी बायोटेक कॉरपोरेशन के सहयोग से कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए टीका विकसित कर रही है।
दवा कंपनी ने पहले और दूसरे चरण के परीक्षण के लिए अनुमति मांगी थी। कोविड-19 के संबंध में विषय के विशेषज्ञों की कमेटी (एसईसी) की सिफारिशों को डीसीजीआई ने मंजूरी दे दी है।
एसईसी की सिफारिश में कहा गया, ‘‘विस्तृत विचार-विमर्श के बाद कमेटी ने पहले और दूसरे चरण के क्लीनिक परीक्षण की मंजूरी दी है। पहले चरण के परीक्षण के बाद कंपनी को अध्ययन के आंकड़ों को पेश करना होगा।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।