Rahul Gandhi Attack Adani: कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को संयुक्त राज्य अमेरिका में रिश्वत मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उद्योगपति गौतम अदाणी की गिरफ्तारी की मांग की। अमेरिका में अदाणी के खिलाफ आरोपों पर राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष के नेता के तौर पर मैं इस मुद्दे को लोकसभा में उठाऊंगा, जेपीसी की हमारी मांग कायम है। अदाणी को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनकी ‘‘संरक्षक’’ माधबी पुरी बुच की जांच होनी चाहिए। अगर प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी और (गौतम) अदाणी साथ हैं, तो वे भारत में सुरक्षित हैं।
सौर ऊर्जा अनुबंध रिश्वत मामले में गौतम अदाणी और अन्य पर आरोप लगाने वाले अमेरिकी अभियोजकों को लेकर हंगामा जारी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह अब अमेरिका में बहुत स्पष्ट औरस्थापित है कि अदाणी ने भारतीय कानून और अमेरिकी कानून दोनों को तोड़ा है। उन्हें अमेरिका में दोषी ठहराया गया है।
मुझे आश्चर्य हो रहा है कि अदाणी इस देश में एक आज़ाद आदमी के इर्द-गिर्द क्यों घूम रहे हैं। मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अदाणी ने जाहिर तौर पर 2000 करोड़ रुपये का एक घोटाला किया है और शायद कई अन्य घोटाले भी किए हैं, लेकिन वह बेदाग भाग रहे हैं। प्रधानमंत्री अदाणी की रक्षा कर रहे हैं और प्रधानमंत्री अदाणी के साथ भ्रष्टाचार में शामिल हैं।
अमेरिका अदाणी रिश्वत मामला: अदाणी ग्रीन ने 60 करोड़ डॉलर की बॉन्ड बिक्री की रद्द
अरबपति गौतम अदाणी के समूह की अक्षय ऊर्जा शाखा अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने बृहस्पतिवार को 60 करोड़ डॉलर का बॉण्ड जारी करने से इनकार कर दिया। कंपनी के प्रवर्तक पर अमेरिका में कथित रिश्वतखोरी के एक मामले में आरोप लगाए गए हैं। उद्योगपति गौतम अदाणी पर अमेरिकी अभियोजकों के भारत में सौर बिजली अनुबंध हासिल करने के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ डॉलर की रिश्वत देने का आरोप लगाने से कुछ घंटे पहले कंपनी ने अमेरिकी निवेश-ग्रेड बाजार में 20 साल का हरित बॉण्ड बेचा था।
इस निर्गम को तीन गुना अभिदान मिला था लेकिन आरोपों के बाद इसे रद्द कर दिया गया। अदाणी ग्रीन एनर्जी ने शेयर एक्सचेंज को दी सूचना में बताया, ‘‘ अमेरिका के न्याय विभाग तथा प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग ने हमारे निदेशक मंडल के सदस्यों गौतम अदाणी और सागर अदाणी के खिलाफ क्रमशः न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले में अमेरिकी जिला अदालत ने एक आपराधिक अभियोग जारी किया है और एक दीवानी शिकायत दर्ज की है।’’ कंपनी की सूचना के अनुसार, ‘‘ अमेरिकी न्याय विभाग ने हमारे निदेशक मंडल के सदस्य विनीत जैन के खिलाफ भी इस तरह का आपराधिक अभियोग जारी किया है।
इन घटनाक्रमों के मद्देनजर हमारी अनुषंगी कंपनियों ने फिलहाल प्रस्तावित यूएसडी नामित बॉण्ड पेशकशों के साथ आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया है।’’ कंपनी ने एक महीने पहले भी इसी तरह की कोशिश की थी, लेकिन कुछ निवेशकों द्वारा मूल्य निर्धारण पर आपत्ति जताए जाने के बाद सौदे को स्थगित कर दिया गया था।
समूह ने अमेरिकी शोध एवं निवेश कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के गंभीर आरोपों के बाद पिछले साल अपनी प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के 20,000 करोड़ रुपये के अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) को रद्द कर दिया था। इस निर्गम को पूर्ण अभिदान मिला था हालांकि कंपनी ने इसे बंद करने और सभी निवेशकों को पैसे लौटाने का फैसला किया था।
हिंडनबर्ग ने जनवरी 2023 में शेयरों में हेराफेरी और लेखा के स्तर पर गड़बड़ी करने के आरोप लगाये थे। इन आरोपों के कारण समूह के बाजार मूल्यांकन में 150 अरब डालर का नुकसान हुआ था। अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग के सभी आरोपों को खारिज करते हुए इसे बेबुनियाद बताया था।