G-20 Summit: महिला स्नाइपर्स की तैनाती, 50 हजार से अधिक जवान, के9 श्वान दस्ते के अलावा एंटी ड्रोन सिस्टम भी, जानिए कैसी है सुरक्षा की तैयारी
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: September 6, 2023 08:38 PM2023-09-06T20:38:29+5:302023-09-06T20:40:02+5:30
वायुसेना ने भारतीय सेना, दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के साथ, किसी भी हवाई खतरे को रोकने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किया है। 19 निशानेबाज महिला कमांडों को भी शिखर सम्मेलन के दौरान तैनात किया जाएगा।
G-20 Summit: 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में होने वाले जी 20 शिखर सम्मेलन की सुरक्षा के लिए तगड़े प्रबंध किए गए हैं। इसके लिए भारतीय सेना, एनएसजी, स्पेशल फोर्सेज, केंद्रीय अर्धसैनिक बल, वायुसेना और तमाम एंजेंसियों ने ऐसी पुख्ता तैयारी की है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता।
कई सुरक्षा एजेंसियां और 19 दक्ष निशानेबाज महिला कमांडो की तैनाती के अलावा विशेष पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी आयोजन स्थल के कमांडर के रूप में सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा होंगे। अधिकारियों ने बताया कि 50,000 से अधिक कर्मियों, के9 श्वान दस्तों और घुड़सवार पुलिस की सहायता से दिल्ली पुलिस शिखर सम्मेलन के दौरान कड़ी निगरानी रखेगी।
हवाई अड्डे से होटल तक और होटल से जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थलों तक, विदेशी प्रतिनिधियों को शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा कड़ी सुरक्षा प्रदान की जाएगी। व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए दिल्ली पुलिस को भारतीय वायु सेना, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) जैसी विशेष केंद्रीय एजेंसियों द्वारा भी सहायता दी जा रही है।
मध्य प्रदेश के करेरा में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के प्रशिक्षण केंद्र में चार सप्ताह का विशेष प्रशिक्षण सत्र पूरा करने वाली कुल 19 निशानेबाज महिला कमांडों को भी शिखर सम्मेलन के दौरान तैनात किया जाएगा। जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रीय राजधानी की सुरक्षा लगभग 130,000 सुरक्षाकर्मियों द्वारा की जाएगी, जिसमें 80,000 दिल्ली पुलिस के जवान भी शामिल हैं। दिल्ली पुलिस और केंद्रीय बलों के लगभग 45,000 कर्मी विशेष नीले रंग की पोशाक में में होंगे। 45,000 में ऐसे कमांडो भी शामिल हैं जो हेलीकॉप्टरों को मार गिरा सकते हैं और जो सटीक ड्राइविंग कौशल के साथ निजी सुरक्षा अधिकारियों के रूप में कार्य करेंगे।
भारतीय वायु ने सेना दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में एकीकृत एयरोस्पेस रक्षा के लिए व्यापक उपाय तैनात किया है। वायुसेना ने भारतीय सेना, दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के साथ, किसी भी हवाई खतरे को रोकने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किया है। लगभग 400 अग्निशामक कर्मी भी अलर्ट पर रहेंगे।
पुलिस ने पिछले जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान अन्य देशों में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय समूहों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शनों का व्यापक मूल्यांकन भी किया है। ऐसे किसी भी विरोध-प्रदर्शन से निपटने के लिए भी दिल्ली पुलिस पूरी तरह तैयार है। सम्मेलन में 30 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों, यूरोपीय संघ और आमंत्रित अतिथि देशों के शीर्ष अधिकारियों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के हिस्सा लेने की संभावना है।
ऐसी व्यवस्था की गई है कि शिखर सम्मेलन के दौरान किसी तरह की घुसपैठ, आतंकवादी घटना या गड़बड़ी न हो। दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त रैंक के अधिकारी कमांडर के रूप में जबकि पुलिस उपायुक्त रैंक के अधिकारी जोनल कमांडर के रूप में तैनात रहेंगे।