यूक्रेन युद्ध से लेकर खाद्य सुरक्षा और उर्वरकों की कमी तक...G20 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने क्या कहा, जानें 10 बड़ी बातें
By विनीत कुमार | Published: November 15, 2022 09:29 AM2022-11-15T09:29:44+5:302022-11-15T09:56:34+5:30
इंडोनेशिया के बाली में आज वार्षिक जी20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई। पीएम नरेंद्र मोदी भी यहां पहुंचे है। अगला जी20 सम्मेलन भारत में होना है। इस लिहाज से भी यह बेहद अहम है। पीएम मोदी ने जी20 सम्मेलन में अपने भाषण के दौरान कई वैश्विक मुद्दों का जिक्र किया।
बाली: इंडोनेशिया के बाली प्रांत में मंगलवार को वार्षिक जी20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई, जिसमें दुनिया भर के कई नेता शिरकत कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी भी इसमें हिस्सा लेने बाली पहुंचे हैं जहां उन्होंने सम्मेलन शुरू होने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन समेत फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अन्य नेताओं से अनौपचारिक मुलाकात की।
इंडोनेशिया अभी जी20 समूह का वर्तमान अध्यक्ष है। वहीं, भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी20 की अध्यक्षता संभालेगा। ऐसे में पीएम मोदी की इस सम्मेलन में मौजूदगी और अहम हो जाती है। पीएम मोदी ने शिखर सम्मेलन के पहले दिन संबोधित करते हुए कई वैश्विक मसलों का जिक्र किया और इनका हल निकालने के लिए दुनिया को साथ आने का आह्वान किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में क्या कुछ कहा, जानें बड़ी बातें..
1. पीएम मोदी ने कहा- 'आज विश्व को जी-20 से अधिक अपेक्षाएं हैं। हमारे समूह की प्रासंगिकता बढ़ गई है।'
2. पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 वैश्विक महामारी और यूक्रेन का जिक्र करते हुए वैश्विक स्तर पर चुनौतीपूर्ण वातावरण के बीच जी20 के नेतृत्व के लिए इंडोनेशिया की भी तारीफ की।
3. रूस-यूक्रेन युद्ध पर पीएम मोदी ने कहा- मैंने बार-बार कहा है कि हमें यूक्रेन में युद्धविराम और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का रास्ता खोजना होगा। पिछली शताब्दी में, द्वितीय विश्व युद्ध ने दुनिया में कहर बरपाया। उसके बाद उस समय के नेताओं ने शांति का मार्ग अपनाने का गंभीर प्रयास किया। अब हमारी बारी है।
4. पीएम मोदी ने कहा- 'कोविड के बाद के लिए एक नई विश्व व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी हमारे कंधों पर है। शांति, सद्भाव और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस और सामूहिक संकल्प दिखाने की आवश्यकता है। विश्वास है कि जब G20 बुद्ध और गांधी की पवित्र भूमि में मिलेंगे, तो हम दुनिया को शांति का एक मजबूत संदेश देने के लिए सहमत होंगे।'
5. पीएम ने कहा- 'आज की खाद की कमी कल का खाद्य संकट है, जिसका समाधान दुनिया के पास नहीं होगा। हमें खाद और खाद्यान्न दोनों की आपूर्ति श्रृंखला को स्थिर और सुनिश्चित बनाए रखने के लिए आपसी समझौता करना चाहिए। वैश्विक आपूर्ति शृंखलाएं चरमरा गई हैं, पूरी दुनिया में आवश्यक वस्तुओं का संकट है।'
6. भारत में स्थायी खाद्य सुरक्षा के लिए हम प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं और बाजरा जैसे पौष्टिक और पारंपरिक खाद्यान्नों को फिर से लोकप्रिय बना रहे हैं। बाजरा वैश्विक कुपोषण और भूख को भी दूर कर सकता है। हम सभी को अगले साल बड़े उत्साह के साथ अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष मनाना चाहिए: पीएम मोदी
7. पीएम मोदी ने आगे कहा- 'वैश्विक विकास के लिए भारत की ऊर्जा-सुरक्षा भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। हमें ऊर्जा की आपूर्ति पर किसी भी प्रतिबंध को बढ़ावा नहीं देना चाहिए और ऊर्जा बाजार में स्थिरता सुनिश्चित की जानी चाहिए। भारत स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण के लिए प्रतिबद्ध है।'
8. साल 2030 तक हमारी आधी बिजली नवीकरणीय स्रोतों (renewable sources) से उत्पन्न होगी। समावेशी ऊर्जा परिवर्तन के लिए विकासशील देशों को समयबद्ध और किफायती वित्त और प्रौद्योगिकी की सतत आपूर्ति आवश्यक है: पीएम नरेंद्र मोदी
9. पीएम मोदी ने कहा- 'हमें यह स्वीकार करने में संकोच नहीं करना चाहिए कि संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुपक्षीय संस्थान वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में असफल रहे हैं। मैंने बार-बार कहा है कि हमें यूक्रेन में युद्ध-विराम और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का तरीका तलाशना होगा।'
10. जी20 में संबोधन को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया- 'जी20 समिट में आज सुबह खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा पर आयोजित सत्र में अपनी बात रखी। हमारे नागरिकों के लिए खाद्य सुरक्षा को आगे बढ़ाने के लिए भारत के प्रयासों पर प्रकाश डाला। साथ ही जहां तक भोजन और उर्वरकों का संबंध है, पर्याप्त आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करने की आवश्यकता के बारे में भी बात की।'
बता दें कि जी-20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं। जी20 वैश्विक आर्थिक सहयोग का एक प्रभावशाली संगठन है। यह वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है।