राजकीय सम्मान के साथ स्वतंत्रता सेनानी ढाका का अंतिम संस्कार
By भाषा | Updated: December 20, 2020 19:02 IST2020-12-20T19:02:26+5:302020-12-20T19:02:26+5:30

राजकीय सम्मान के साथ स्वतंत्रता सेनानी ढाका का अंतिम संस्कार
बीकानेर 20 दिसंबर चूरू जिले के सालासाल निवासी स्वतंत्रता सेनानी हरिराम ढाका का अंतिम संस्कार रविवार को उनके पैतृक गांव नौंरगसर में राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
ढाका के पौत्र बलदेव ढाका ने बताया कि 105 वर्षीय ढाका का शनिवार को निधन हो गया था। ढाका के सबसे बड़े पुत्र भंवरलाल ढाका ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनके पांच पुत्र और चार पुत्रियां है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ढाका के निधन पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है।
गहलोत ने टवीट कर कहा, “चूरू के नौंरगसर गांव निवासी स्वतंत्रता सेनानी हरिराम ढाका के निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं। देश के स्वतंत्रता आन्दोलन में उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा। ईश्वर से प्रार्थना है शोकाकुल परिजनों को यह आघात सहने की शक्ति दें एवं दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।
राजे ने कहा, “चूरू के नौंरगसर गांव निवासी स्वतंत्रता सेनानी हरिराम ढाका जी के निधन पर शोक संवेदनाएँ व्यक्त करती हूं। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान अविस्मरणीय है। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि वह दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को सम्बल प्रदान करें।”
उनके पौत्र ने बताया कि उनका जन्म किसान परिवार में हुआ था और प्रांरभिक शिक्षा गांव स्तर पर ली, इसके बाद संगरिया के स्वामी केशवानंद द्वारा संचालित ग्रामोत्थान विद्यापीठ में बच्चों को शिक्षा देने का काम भी किया।
ढाका ने स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी के साथ भी लंबा समय बिताया। इस दौरान वे महात्मा गांधी के साथ अनेक रैलियों में शामिल हुए।
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