G-7 सम्मेलन में डोनाल्ड ट्रंप से मिले पीएम मोदी, भारत और पाकिस्तान के बीच कई द्विपक्षीय मुद्दे हैं और हम किसी तीसरे देश को कष्ट नहीं देना चाहते
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 26, 2019 04:15 PM2019-08-26T16:15:13+5:302019-08-26T16:15:13+5:30
यह शिखर सम्मेलन फ्रांस के समुद्र किनारे बसे शहर बिआरित्ज में हो रहा है। हालांकि, भारत जी-7 समूह का हिस्सा नहीं है लेकिन फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों ने पीएम मोदी को व्यक्तिगत तौर पर आमंत्रित किया है।
फ्रांस में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हुई। पीएम मोदी ने कहा- भारत और अमेरिका दोनों लोकतात्रिक मूल्यों को लेकर चलने वाले देश हैं और किस तरह साथ मिलकर चल सकते हैं और क्या योगदान दे सकते हैं ऐसे कई विषयों पर गहाई से बात होती रहती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की गुंजाइश को सोमवार को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि दोनों देश द्विपक्षीय रूप से सभी मुद्दों पर चर्चा कर समाधान कर सकते हैं और “हम किसी तीसरे देश को कष्ट नहीं देना चाहते।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बगल में बैठकर मीडिया से बातचीत के दौरान मोदी ने यह टिप्पणी की। ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात से पहले कहा था कि वह फ्रांसीसी शहर बिआरित्ज में जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर कश्मीर मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
ट्रंप ने हाल में कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश की थी। मोदी ने कहा, “भारत और पाकिस्तान के बीच कई द्विपक्षीय मुद्दे हैं और हम किसी तीसरे देश को कष्ट नहीं देना चाहते। हम द्विपक्षीय रूप से इन मुद्दों पर चर्चा कर इनका समाधान कर सकते हैं।”
साथ ही पीएम मोदी ने ट्रंप की मौजूदगी में कहा- भारत और पाकिस्तान को दोनों देशों के लोगों की भलाई के लिए मिलकर काम करना चाहिए।कश्मीर मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए पीएम मोदी ने कहा- भारत और पाकिस्तान के बीच के सभी मुद्दे दिपक्षीय हैं, किसी तीसरे देश को कष्ट देना नहीं चाहता। हम द्विपक्षीय रूप से हर मुद्दे पर चर्चा कर उनका समाधान कर सकते हैं
France: Prime Minister Narendra Modi holds bilateral meeting with US President Donald Trump on the sidelines of the #G7Summit in Biarritz. pic.twitter.com/V5Zcrvjnn4
— ANI (@ANI) August 26, 2019
विदेश मंत्रालय ने कहा था कि यह न्यौता दोनों नेताओं के बीच ‘‘निजी तालमेल को दर्शाता’’ है और साथ ही ‘‘प्रमुख आर्थिक शक्ति के रूप में भारत को स्वीकार करता’’ है। ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका जी-7 समूह का हिस्सा हैं। जी-7 शिखर सम्मेलन के इतर मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कश्मीर में स्थिति, व्यापार मुद्दों और परस्पर हितों के आपसी विषयों पर चर्चा करने की संभावना है।
इस सप्ताह वाशिंगटन में ट्रंप ने कहा था कि जब वह सप्ताहांत जी-7 शिखर सम्मेलन में मोदी से मुलाकात करेंगे तो कश्मीर में स्थिति और भारत-पाक तनाव कम करने पर उनसे चर्चा करेंगे। जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के भारत के फैसले के बाद उसके और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत के इस फैसले पर पाकिस्तान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।