जमानियां विधानसभा से यूपी के पूर्व मंत्री और सपा नेता ओमप्रकाश सिंह ने दाखिल किया नामांकन पत्र, जनता का जताया आभार
By अनिल शर्मा | Published: February 14, 2022 01:57 PM2022-02-14T13:57:41+5:302022-02-14T15:07:52+5:30
UP Elections 2022: 2017 के विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश सिंह तीसरे नंबर पर रहे थे। बीजेपी की सुनीता सिंह ने यहां से जीत दर्ज की थी। वहीं बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर अतुल कुमार ने यहां से चुनाव लड़ा था। अतुल कुमार दूसरे नंबर पर रहे थे।
जमानियांः उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री व समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता ओमप्रकाश सिंह ने सोमवार अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद सपा नेता ने जनता के प्रति आभार व्यक्त किया और लोगों से वादा किया कि वह पूर्व की तरह हमेशा लोगों के सुख-दुख के साथ खड़े रहेंगे।
अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से नामांकन की तस्वीरें साझा करते हुए ओमप्रकाश सिंह ने लिखा- 379, विधानसभा जमानियां की सम्मानित जनता के आशीर्वाद के साथ जमानियां विधानसभा से नामांकन किया। आप सभी ने मुझे जो प्यार और आशीर्वाद दिया है उसके लिए मैं सदैव ऋणी रहूंगा। विश्वास दिलाता हूँ की पूर्व की भाँति हमेशा आपके सुख-दुख में मैं खड़ा रहूंगा और जमानियां के विकास के हेतू निरंतरता पूर्वक कार्य करूंगा।
379,विधानसभा जमानियां की सम्मानित जनता के आशीर्वाद के साथ जमानियां विधानसभा से नामांकन किया।आप सभी ने मुझे जो प्यार और आशीर्वाद दिया है उसके लिए मैं सदैव ऋणी रहूंगा। विश्वास दिलाता हूँ की पूर्व की भाँति हमेशा जमानियां के विकास के हेतू निरंतरता पूर्वक कार्य करूंगा।@yadavakhileshpic.twitter.com/fHMpheRQCV
— Omprakash Singh (@opsinghofficial) February 14, 2022
बहुचर्चित जमानियां विधानसभा सीट पर 1989 से ओमप्रकाश सिंह दो विधानसभा चुनावों को छोड़कर लगातार जीतते आए हैं। 2007 और 2017 के विधानसभा चुनाव में सिंह को हार का मुंह देखना पड़ा। ओमप्रकाश की हार में तब बिहार के मंत्री रहे दद्दन पहलवान के बेटे करतार सिंह ने बड़ी भूमिका अदा की थी।
2017 के विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश सिंह तीसरे नंबर पर रहे थे। बीजेपी की सुनीता सिंह ने यहां से जीत दर्ज की थी। वहीं बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर अतुल राय ने यहां से चुनाव लड़ा था। अतुल राय दूसरे नंबर पर रहे थे। फिलहाल वह घोसी से सांसद हैं और यौन उत्पीड़न के एक मामले में जेल में बंद हैं।
पिछले विधानसभा में बीजेपी की सुनीता सिंह को 35 फीसदी यानी 76823 वोट मिले थे। वहीं बसपा के अतुल राय को 31.37 फीसदी (67559) लोगों ने वोट किया था। तीसरे नंबर पर रहे ओमप्रकाश सिंह को 23.02 फीसदी (49557) वोट हालिस किया था। वहीं निर्दल उम्मीदवार के तौर पर बिहार सरकार में मंत्री रहे दद्दन यादव के बेटे करतार सिंह यादव ने 12 हजार 206 मत हासिल किए। इस बार इस सीट पर सीधी लड़ाई बीजेपी की सुनीता सिंह और ओमप्रकाश सिंह के बीच है।
ओमप्रकाश सिंह 1985 में काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के छात्रसंघ चुनाव में महामंत्री निर्वाचित हुए। सन् 1989 से ओमप्रकाश सिंह की मुख्यधारा की राजनीति में एंट्री हुई। वह 1989 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए। 2002 के विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी। ओमप्रकाश सिंह को प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी मिली। 2007 में तत्कालिन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने उन्हें पार्टी का प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी दी। ओमप्रकाश सिंह 2012 के चुनाव में एमएलए निर्वाचित हुए और अखिलेश सरकार में पर्यटन मंत्री रहे।