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पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह का निधन, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने शोक जताया

By भाषा | Updated: September 13, 2020 20:26 IST

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के लंबे समय तक मित्र और सहयोगी रहे सिंह ने बृहस्पतिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और इस तरह की अटकलें थीं कि वह अक्टूबर-नवंबर में संभावित राज्य विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सत्तारूढ़ जद (यू) में शामिल हो सकते हैं।

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ठळक मुद्देरघुवंश प्रसाद सिंह का रविवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया, मनमोहन सिंह सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री रहे सिंह (74) के नेतृत्व में ही मनरेगा योजना की शुरुआत हुई थी।

पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह का रविवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया, जहां उन्हें कोविड-19 से उबरने के बाद की जटिलताओं के उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। उनके एक करीबी सहयोगी ने यह जानकारी दी। मनमोहन सिंह सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री रहे सिंह (74) के नेतृत्व में ही मनरेगा योजना की शुरुआत हुई थी। समाजवादी नेता रहे सिंह के परिवार में दो बेटे और एक बेटी हैं। वह शुक्रवार रात को गंभीर रूप से बीमार हो गये थे और उन्हें आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया।

सिंह के करीबी सहयोगी केदार यादव ने फोन पर बताया कि उनका सुबह करीब 11 बजे सांस लेने में कठिनाई और अन्य जटिलताओं के कारण निधन हो गया। वैशाली में पूर्व केंद्रीय मंत्री के प्रतिनिधि अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि उनका पार्थिव शरीर रविवार रात करीब आठ बजे पटना पहुंचेगा। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ वैशाली जिले में उनके गांव शाहपुर से करीब 15 किलोमीटर दूर गंगा के किनारे हसनपुर घाट पर किया जाएगा।

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के लंबे समय तक मित्र और सहयोगी रहे सिंह ने बृहस्पतिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और इस तरह की अटकलें थीं कि वह अक्टूबर-नवंबर में संभावित राज्य विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सत्तारूढ़ जद (यू) में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने रांची की जेल में चारा घोटाले के चार मामलों में सजा काट रहे लालू प्रसाद को हाथ से लिखे पत्र में कहा, ‘‘जननायक कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद से मैं 32 साल तक आपके साथ खड़ा रहा, लेकिन अब और नहीं।’’

उनके इस पत्र के कुछ ही घंटे बाद प्रसाद ने जेल से पत्र लिखकर कहा, ‘‘मुझे भरोसा नहीं हो रहा। सोशल मीडिया पर कथित रूप से आपका लिखा एक पत्र है। मैं, मेरा परिवार और राजद परिवार चाहते हैं कि आप जल्द स्वस्थ होकर हमारे बीच हों।’’ जेल प्राधिकार के स्टांप वाले हाथ से लिखे पत्र में लालू प्रसाद ने कहा, ‘‘चार दशक से हमने एक साथ राजनीति पर चर्चा की है, मैं फिर से चर्चा कर रहा हूं। आप कहीं नहीं जा रहे, आप जानते हैं।’’

सिंह के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद समेत अनेक नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। कोविंद ने ट्वीट कर कहा, ‘‘रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन का समाचार दु:खद है। जमीन‌ से जुड़े व ग्रामीण भारत की असाधारण समझ रखने वाले रघुवंश बाबू का कद बहुत ऊंचा था। अपने संतों जैसे सादा जीवन से उन्होंने सार्वजनिक जीवन को विशेष गरिमा प्रदान की।

उनके परिवार, समर्थकों व प्रशंसकों के प्रति मेरी शोक-संवेदनाएं!’’ उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने सिंह के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना को क्रियान्वित करने में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सिंह के निधन से बिहार तथा राष्ट्रीय राजनीति में अपूरणीय क्षति हुई है। मोदी ने सिंह द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बृहस्पतिवार को लिखे पत्र का उल्लेख किया जिसमें सिंह ने लोकसभा सीट वैशाली के विकास का मुद्दा उठाया था।

मोदी ने कहा, “मैं नीतीश कुमार से अनुरोध करूंगा कि उन विकास परियोजनाओं पर काम किया जाए जिनका जिक्र सिंह ने किया था। राज्य और केंद्र मिलकर उनकी इच्छाओं को पूरा करे।” मोदी ने कहा कि सिंह जमीन से जुड़े हुए नेता थे और उन्हें गरीबी तथा गरीबों की समस्याओं की गहरी समझ थी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शोक प्रकट करते हुए ट्वीट किया, ‘‘ मुझे बिहार के वरिष्ठ राजनेता रघुवंश बाबू के निधन की सूचना से अत्यंत दुःख हुआ। उनका पूरा जीवन लोहिया जी और कर्पूरी ठाकुर जी के विचारों के प्रति समर्पित रहा।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘गरीब एवं वंचित वर्ग के कल्याण के लिए उनका समर्पण सदैव याद किया जाएगा। मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। ओम शांति।’’

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक संदेश में कहा, ‘‘उनके निधन से मुझे व्यक्तिगत रूप से दु:ख पहुंचा है। उनके निधन से राजनीतिक, सामाजिक, शिक्षा तथा समाजवाद के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।’’ सिंह के निधन का समाचार मिलते ही कुमार ने उनके पुत्र सत्यप्रकाश सिंह से दूरभाष पर बात कर उन्हें सांत्वना दी। मुख्यमंत्री ने स्थानिक आयुक्त एवं अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सिंह के परिजनों से सम्पर्क कर उनके पार्थिव शरीर को उनकी इच्छा के अनुरूप पटना लाने तथा राज्य सरकार की ओर से उनके अंतिम संस्कार के लिये सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि देशभर में लागू कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए दिवंगत नेता का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने ट्वीट किया, ‘‘प्रिय रघुवंश बाबू! ये आपने क्या किया? मैंने परसों ही आपसे कहा था आप कहीं नहीं जा रहे हैं। लेकिन आप इतनी दूर चले गए। नि:शब्द हूँ। दुःखी हूँ। बहुत याद आएँगे।'' उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा, ‘‘रघुवंश प्रसाद सिंह का निधन बिहार के सार्वजनिक जीवन को बड़ी क्षति है। उन्होंने सिद्धांत की राजनीति की, राजनीति के लिए सिद्धांत नहीं छोड़ा। वह परिवारवाद, भ्रष्टाचार और मूल्यहीनता के विरुद्ध अपनों से लड़े और जीवन की आखिरी सांस तक योद्धा रहे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।’’ 

टॅग्स :बिहार
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