बड़े राजनेता ने पिद्दी कहकर कसा था तंज, हिमांशु रॉय चुनौती स्वीकार कर बन गए दबंग 'सिंघम'
By राहुल मिश्रा | Published: May 12, 2018 09:23 AM2018-05-12T09:23:45+5:302018-05-12T13:04:24+5:30
हिमांशु को बॉडीबिल्डिंग का शौक पहले से नहीं था। इसके पीछे महाराष्ट्र के एक बहुत बड़े राजनेता का ऐसा तंज था जिसे स्वीकार कर उन्होंने बॉडी से लेकर कानून-व्यवस्था तक उन्होंने सफलता के झंडे गाड़े
महाराष्ट्र एटीएस के पूर्व चीफ हिमांशु रॉय ने बीते शुक्रवार अपने आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वह 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। हिमांशु कैंसर से पीड़ित थे जिसकी वजह से पिछले कई दिनों से वो डिप्रेशन में चल रहे थे। वह अगले महीने ही अपना 56 वां जन्मदिवस मनाने वाले थे।
हिमांशु रॉय बॉडी बिल्डिंग के लिए बहुत मशहूर थे। उन्हें ज्यादातर अधिकारी 'पहलवान' बुलाते थे। बताया जाता है कि हिमांशु को बॉडीबिल्डिंग का शौक पहले से नहीं था। इसके पीछे महाराष्ट्र के एक बहुत बड़े राजनेता का ऐसा तंज था जिसे स्वीकार कर उन्होंने बॉडी से लेकर कानून-व्यवस्था तक उन्होंने सफलता के झंडे गाड़े। हालांकि हिमांशु रॉय आतंकियों, बदमाशों के लिए जीतने सख्त थे, पर्सनल लाइफ में उन्हें उतना ही सॉफ्ट कहा जाता था इसलिए उनकी लव स्टोरी ने भी काफी चर्चा बटोरी थी।
नेता के एक तंज ने बनाया दबंग
ख़बरों की मानें तो हिमांशु राय को बॉडीबिल्डिंग का शौक पहले से नहीं था। इसके पीछे महाराष्ट्र के एक बहुत बड़े राजनेता का तंज था। दरअसल एक बार उन्हें सरकार की ओर से किसी बड़े राजनेता को गिरफ्तार करने का जिम्मा दिया गया था। उस समय हिमांशु शारीरिक रूप से दुबले पतले थे और जब वो उस नेता को गिरफ्तार करने पहुंचे तो नेता ने उन्हें तंज कसते हुए कहा कि अरे, तुम पिद्दी शरीर वाले मुझे गिरफ्तार करोगे! हिमांशु रॉय ने उस राजनेता की इस टिप्पणी को दिल पर ले लिया और उसी के बाद अपनी बॉडी बनाने को लेकर गंभीर हो गए।
ऐसी थी लव स्टोरी
हिमांशु रॉय ने मुंबई के सेंट जेवियर कॉलेज में पढाई की थी। डॉक्टर पिता के बेटे हिमांशु रॉय ने 12वीं पास करने के बाद मेडिसिन में ग्रेजुएशन करने की सोची, लेकिन बाद में CA की पढ़ाई शुरू की और कुछ ही समय में उसे भी छोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने IPS की परीक्षा दी और पुलिस अफसर बने। आईपीएस की परीक्षा देने के दौरान उनकी मुलाकात भावना से हुई थी। भावना मशहूर लेखक अमीश त्रिपाठी की बहन हैं, और उस समय IPS का पेपर वहीं ले रही थीं। 1992 में भावना और हिमांशु ने शादी की थी, जिसके बाद उनके करियर ने रफ्तार पकड़ी।
हताशा ने ले ली जान
मुम्बई पुलिस ने उनके सुसाइड नोट के हवाले से बताया कि हिमांशु ने अपनी बीमारी के कारण 'हताश होकर' यह कदम उठाया। एक पुलिस बयान में कहा गया, 'रॉय पिछले दो वर्षों से मेडिकल अवकाश पर थे क्योंकि उन्हें कैंसर था और सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा है कि वह अपनी इस बीमारी के कारण हताश होकर अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं।'
हिमांशु राय कई अहम मामलों को सुलझाने में शामिल रहे थे। इनमें पत्रकार जे डे, अदाकारा लैला खान और कानून स्नातक पल्लवी पुरकायस्थ की हत्या के मामले शामिल थे। वह 26 /11 मुंबई हमलों से पहले रेकी करने में संलिप्त रहे लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी डेविड हेडली से जुड़े सुराग हासिल करने वाली टीम में भी शामिल रहे थे। उन्होंने आईपीएल सट्टेबाजी कांड की जांच का नेतृत्व भी किया था।
इसके बाद उनका तबादला एटीएस में हो गया। इस आतंकवाद रोधी दस्ते का प्रमुख रहने के दौरान बांद्रा कुर्ला इलाके में एक अमेरिकी स्कूल को विस्फोट से उड़ाने की कथित साजिश रचने को लेकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर अनीस अंसारी को उन्होंने गिरफ्तार किया था।