जम्मू-कश्मीर: पूर्व मंत्री सयैद अल्ताफ बुखारी ने की अपनी पार्टी की घोषणा, कहा- हम यहां सपने और कल्पनाएं बेचने के लिए नहीं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 8, 2020 02:11 PM2020-03-08T14:11:38+5:302020-03-08T14:50:54+5:30
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री सयैद अल्ताफ बुखारी में आज श्रीनगर में नई पार्टी का ऐलान किया है।
जम्मू-कश्मीर: पूर्व पीडीपी नेता और मंत्री सयैद अल्ताफ बुखारी में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके नई पार्टी का ऐलान किया है। उन्होंने घोषणा की है कि नई पार्टी का नाम अपनी पार्टी होगा। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री बुखारी में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके नई पार्टी का ऐलान किया है।
उन्होंने घोषणा की है कि नई पार्टी का नाम अपनी पार्टी होगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम यहाँ सपने और कल्पनाएँ बेचने के लिए नहीं हैं, लेकिन हमेशा हमारे नजरिए से व्यावहारिक, ईमानदार और निष्पक्ष रहेंगे। हमने एक राजनीतिक मंच बनाने का संकल्प लिया है जहाँ लोग राजनीतिक सरोकारों के वास्तविक हितधारक हों।
पार्टी की घोषणा के दौरान बुखारी ने कहा कि ये एक अलग पार्टी होगी, पार्टी जो एक परिवार से नहीं चलेगी। एक पार्टी जहां पूरे प्रतिबंध होंगे, जो भी पार्टी का अध्यक्ष बनेगा वो दो बार से अध्यक्ष नहीं बन सकेगा। पार्टी राज्य के लोगों के आत्मसम्मान और गरिमा की रक्षा, कश्मीरी पंडितों की गरिमापूर्ण वापसी ,युवाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम करेगी।
Former J&K Minister Syed Altaf Bukhari at launch of Apni Party in J&K: We're not here to sell dreams&fantasies but will always be pragmatic, honest & fair in our approach. We have resolved to create a political platform where people are real stakeholders of the political process. pic.twitter.com/Zj2fQbrph7
— ANI (@ANI) March 8, 2020
इससे पहले राज्य के पूर्व वित्त मंत्री एवं कारोबारी से नेता बने बुखारी ने कहा था कि ‘हां, मैं संयोग से राजनीति में आया, लेकिन राजनीति का मेरा विचार अलग है--मेरा मानना है कि यह एक ऐसी जगह है जहां आप अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमताओं से लोगों की सेवा कर सकते हैं।’’
बताते चलें कि महबूबा मुफ्ती से दूरी बनने तक वह पीडीपी में थे। जून 2018 में भाजपा के समर्थन वापस लेने के बाद महबूबा की सरकार अल्पमत में आ गई थी। पीडीपी के कामकाज को लेकर महबूबा और बुखारी में मतभेद थे। कृषि विज्ञान में स्नातक बुखारी (60) के साथ नेशनल कांफ्रेंस (नेकां), पीडीपी, कांग्रेस और भाजपा सहित कई अन्य राजनीतिक दलों के नेता भी होंगे।
उनके साथ आने वाले प्रमुख नेताओं में विजय बाकया, रफी मीर (नेकां), उस्मान माजिद (कांग्रेस के पूर्व विधायक), गुलाम हसन मीर (पूर्व निर्दलीय विधायक), जावेद हुसैन बेग, दिलावर मीर, नूर मोहम्मद, जफर मनहास, अब्दुल माजिद पद्दार, अब्दुल रहीम राठेर (पीडीपी), गगन भगत (भाजपा) और कांग्रेस के मंजीत सिंह तथा विक्रम मल्होत्रा शामिल हैं। इस नयी पार्टी का लक्ष्य नेकां और पीडीपी जैसे क्षेत्रीय दलों को चुनौती देना है।
फारूक अब्दुल्ला और उनके पुत्र उमर अब्दुल्ला (नेकां) तथा महबूबा मुफ्ती (पीडीपी) सहित अन्य नेताओं पर जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया है।