साल 2017 भारत के टूरिज्म सेक्टर के लिए बेहतरीन रहा। इस साल में भारत में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या एक करोड़ के पार पहुंच गई। इन पर्यटकों ने भारत को तकरीबन 27 अरब डॉलर (लगभग 1728 अरब रुपये) की आमदनी प्रदान की है जो कि बीते कई सालों से रिकॉर्ड तोड़ साबित हुई है।
प्रसिद्ध भारतीय अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट टीओआई से बात करते हुए केंद्रीय पर्यटन मंत्री केजे अलफॉन्स का कहना है कि 'मुझे लगता है हमारा क्षेत्र अच्छे से काम कर रहा है। लेकिन इन आंकड़ों से खुश ना होकर मैं इसे और बढ़ते देखना चाहता हूं। इसलिए हम पर्यटकों की संख्या बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं'। उन्होंने बताया कि इन्हीं विदेशी पर्यटकों की मदद से हम भारतीय सकल उत्पादन और रोजगार क्षेत्र को भी लाभ पहुंचा पाए हैं।
मंत्री के मुताबिक सकल उत्पाद में साल 2017 में तकरीबन सात फीसदी बढ़ोतरी हुई है और इसी क्षेत्र ने भारत में 12 प्रतिशत नौकरियां भी प्रदान की हैं। इतना ही नहीं, पर्यटन प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक (एफटीए) में भी भारत की रैंकिंग में सुधार हुआ है। साल 2013 में जहां यह रैंकिंग 65वें नंबर पर थी, वहीं बीते साल 2017 में भारत का 40वां स्थान रहा।
मंत्रालय के मुताबिक साल 2017-18 में थीम बेस्ड स्वदेश दर्शन जैसी स्कीम लाकर भारतीय पर्यटन को बढ़ावा देने जैसी योजना पर काम किया जा रहा है। इतना ही नहीं, पूर्वोत्तर के राज्यों में भी पर्यटन को बढ़ावा देने की तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही दुनिया के बड़े हिस्से को भारत आने के लिए प्रोत्साहित करने से जुड़ी भारत की 'इनक्रेडिबल इंडिया' स्कीम पर भी जोरशोर से काम किया जाएगा।