नई दिल्लीः कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप और वैक्सीन की मांग को देखते हुए केंद्र सरकार ने यह फैसला किया है कि विदेशी कोरोना वैक्सीन को जल्दी मंजूरी दी जाएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री राजेश भूषण ने मंगलवार को कहा कि उन विदेशी कोविड वैक्सीन को भारत में आपातकालीन उपयोग की मंजूरी देने की प्रक्रिया तेज करने को कहा गया है जिनका इस्तेमाल विदेशों में हो रहा है। उन्होंने कहा कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) ने रूस में विकसित कोविड-19 वैक्सीन स्पुतनिक-V के आपातकालीन उपयोग को मंजूरी दे दी है।
विशेषज्ञ समिति ने सोमवार को ही स्पूतनिक-V को भारत में आपात उपयोग की मंजूरी देने की सिफारिश की थी। नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पॉल ने कहा कि विदेशी वैक्सीन को अमेरिका, जापान, यूरोपिय संघ के रेगुलेटर या डब्ल्यूएचओ से अप्रूवल मिलने पर देश में इमर्जेंसी उपयोग की मंजूरी जल्द दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि जल्द अप्रूवल मिलने वाली वैक्सीन में जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन भी शामिल है। उन्होंने कहा कि अगले तीन माह में कुछ और वैक्सीन को इमरजेंसी अप्रूवल मिल सकती है। जिसकी जानकारी आने वाले समय में दी जाएगी। डा. पॉल ने कहा कि इमरजेंसी अप्रूवल के बाद हफ्ते-डेढ़ हफ्ते में वैक्सीन डोज आम लोगों के लिए उपलब्ध हो जाती है।
अगर कुछ बड़ी बाधा नहीं हो तो मंजूरी के 10 दिनों के अंदर ही वैक्सीन की खुराक आ सकती है। अभी देश में भारत बायोटेक और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के संयुक्त प्रयासों से विकसित कोवैक्सीन के अलावा ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी और सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से विकसित कोविशील्ड वैक्सीन की डोज दी जा रही है।
भारत में अब तक कुल 10,85,33,085 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। पिछले चौबीस घंटे में देश के अंदर 4004521 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। 45 साल से ऊपर के 75930829 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है और 3012731 लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं।