फोर्ड ने भारत में कार उत्पादन बंद करने की घोषणा की, 4000 लोगों की नौकरी खतरे में
By विनीत कुमार | Published: September 10, 2021 05:29 PM2021-09-10T17:29:28+5:302021-09-10T17:29:28+5:30
अमेरिकी कंपनी फोर्ड ने भारत में कार उत्पादन को बंद करने का फैसला किया है। कंपनी हालांकि अपने साणंद संयंत्र में इंजन का निर्माण जारी रखेगी।
नई दिल्ली: दुनिया की बड़ी कार निर्माता कंपनियों में शामिल अमेरिकी कंपनी फोर्ड ने भारत से निकलने का फैसला किया है। फोर्ड ने कहा है कि वह देश के अपने दो संयंत्रों में कार उत्पादन बंद कर देगी। आशंका है कि इस फैसले के बाद कंपनी से जुड़े करीब 4000 कर्मचारी प्रभावित होंगे।
साथ ही ऐसे 150 डीलर भी प्रभावित होंगे जो करीब 300 बिक्री केन्द्रों का कामकाज संभालते हैं। कंपनी ने कहा है कि वह भारत में अब केवल आयातित वाहनों को ही बेचेगी। साथ ही साणंद में इंजन का निर्माण जारी रखेगी।
दरअसल, फोर्ड ने अपने चेन्नई (तमिलनाडु) और साणंद (गुजरात) संयंत्रों में लगभग 2.5 अरब डॉलर का निवेश किया है, उसे विगत 10 वर्षो के दौरान करीब दो अरब डॉलर का एकीकृत परिचालन नुकसान हुआ है।
फोर्ड ने कहा कि वह वर्ष 2021 की चौथी तिमाही तक साणंद में वाहन असेंबली और वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही तक चेन्नई में वाहन और इंजन निर्माण के कार्य को बंद कर देगी।
फोर्ड मोटर कंपनी के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिम फ़ार्ले ने एक बयान में कहा कि भारत में महत्वपूर्ण निवेश के बावजूद, फोर्ड ने पिछले दस वर्षों में दो अरब डॉलर से अधिक का परिचालन घाटा उठाया है। उन्होंने कहा कि नए वाहनों की मांग पूर्वानुमान की तुलना में बहुत कमजोर रही है।
फोर्ड इंडिया के पास सालाना 6,10,000 इंजन और 4,40,000 वाहनों की स्थापित विनिर्माण क्षमता है। कंपनी ने फिगो, एस्पायर और इकोस्पोर्ट जैसे अपने मॉडलों को दुनिया भर के 70 से अधिक बाजारों में निर्यात किया है।
इस साल जनवरी में फोर्ड मोटर कंपनी और महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपने पूर्व में घोषित वाहन संयुक्त उद्यम को समाप्त करने और भारत में स्वतंत्र परिचालन जारी रखने का फैसला किया था। जनरल मोटर्स के बाद भारत में कारखाना बंद करने वाली फोर्ड दूसरी अमेरिकी वाहन कंपनी है।
(भाषा इनपुट)