जयराम रमेश ने कहा-BJP भयावह स्तर पर कर रही सांप्रदायिक ध्रुवीकरण, कांग्रेस के लिए है बड़ी चुनौती

By भाषा | Published: November 25, 2018 07:58 PM2018-11-25T19:58:06+5:302018-11-25T20:23:28+5:30

साल 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस की ओर से गठित कोर ग्रुप के सदस्य रमेश ने कहा कि भाजपा देश भर में दो तरह का सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कर रही है।

For each Amit Shah, 10 Shahs of RSS practicing communal polarization says jairam Ramesh | जयराम रमेश ने कहा-BJP भयावह स्तर पर कर रही सांप्रदायिक ध्रुवीकरण, कांग्रेस के लिए है बड़ी चुनौती

जयराम रमेश ने कहा-BJP भयावह स्तर पर कर रही सांप्रदायिक ध्रुवीकरण, कांग्रेस के लिए है बड़ी चुनौती

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और रणनीतिकार एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा है कि भाजपा चुनाव वाले राज्यों में भयावह स्तर पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कर रही है और यह कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है। अमित शाह (भाजपा अध्यक्ष) पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 10 अमित शाह पर्दे के पीछे रहकर ध्रुवीकरण के काम में लगे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि ‘तानाशाही’ का नया नाम अमित शाह है और नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार के दौरान ‘‘प्रधानमंत्री की तरह’’ बर्ताव नहीं करते। उन्होंने कहा कि मोदी ‘‘इतिहास को गलत तरीके से पेश करते हैं और अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं।’’ 

कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि मोदी सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम में ‘‘फर्जी खबरें’’ सबसे बड़ा कारोबार बन गई हैं। उन्होंने भाजपा पर गैर-जरूरी मुद्दों को मुद्दा बनाने के आरोप भी लगाए। रमेश ने कहा, ‘‘भाजपा हर चुनाव में बहुत अधिक सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कर रही है और यह इन राज्यों में भी किया जा रहा है।’’ 

उत्तर प्रदेश में भाजपा को मिली ‘प्रचंड’ जीत के लिए भी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को जिम्मेदार करार देते हुए रमेश ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में भाजपा की जीत के लिए मेरे पास एक ही स्पष्टीकरण है कि यह भयावह स्तर का सांप्रदायिक ध्रुवीकरण था जो वे, संयोगवश, इन राज्यों में भी कर रहे हैं। वे छत्तीसगढ़ में यह कर रहे हैं और निश्चित तौर पर मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में भी कर रहे हैं।’’ 

साल 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस की ओर से गठित कोर ग्रुप के सदस्य रमेश ने कहा कि भाजपा देश भर में दो तरह का सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘एक तो खुलेआम ध्रुवीकरण किया जा रहा है, जो अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी की भाषा है। इसके बाद, आरएसएस और इसके लोग पर्दे के पीछे रहकर जुबान से और घर-घर जाकर ध्रुवीकरण कर रहे हैं।’’ 

रमेश ने कहा, ‘‘अमित शाह उस व्यक्ति के अच्छे उदाहरण हैं जो कथनी और करनी में खुलकर ध्रुवीकरण की राजनीति करते हैं। हर अमित शाह पर आरएसएस के 10 अमित शाह हैं जो पर्दे के पीछे रहकर ध्रुवीकरण के काम में लगे हुए हैं। उत्तर प्रदेश में यही हुआ।’’ 

कांग्रेस नेता ने कहा कि विपक्ष खुलेआम किए जा रहे ध्रुवीकरण पर ध्यान देता नहीं लग रहा और पर्दे के पीछे रहकर किए जा रहे ध्रुवीकरण की गंभीरता भी नहीं समझ रहा।

यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस ध्रुवीकरण के मुद्दे से निपटने में कामयाब रही है, इस पर रमेश ने कहा, ‘‘यह बहुत बड़ी चुनौती है। महज चुनावी चुनौती नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चाहे सत्ता में रहें या सत्ता से बाहर, हमें इस चुनौती का सामना करना होगा।’’ 

आरएसएस से कांग्रेस की लड़ाई को ‘‘लंबी चलने वाली’’ करार देते हुए रमेश ने कहा, ‘‘यह तुरंत खत्म होने वाली चीज नहीं है। यह लंबी चलने वाली लड़ाई है।’’ उन्होंने कहा कि आरएसएस को आदिवासी इलाकों में पकड़ बनाने में वर्षों, दशकों का वक्त लगा है।

यह पूछे जाने पर कि सी पी जोशी जैसे कांग्रेस नेता विवादित बयान क्यों दे रहे हैं, इस पर रमेश ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस पर काफी सख्ती दिखाई है। भाजपा को इन बयानों को मुद्दा बनाने के लिए जिम्मेदार करार देते हुए रमेश ने कहा, ‘‘भाजपा गैर-जरूरी मुद्दों को मुद्दा बनाने, खबरों में हेरफेर करने में माहिर है।’’ 

यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी हितों को नुकसान पहुंचाने वाले विवादित बयान देकर कांग्रेस के नेता पार्टी प्रमुख को धता बता रहे हैं, इस पर रमेश ने कहा कि वह इसके लिए कांग्रेस नेताओं को जिम्मेदार नहीं करार देंगे क्योंकि भाजपा ने उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है।

रमेश ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यह ‘मेक इन इंडिया’, मेक इन बीजेपी है। भाजपा शासनकाल में फर्जी खबरें ‘मेक इन इंडिया’ के तहत सबसे बड़ा कारोबार बन गई हैं। सच तो यह है कि अपने चुनावी अभियानों में मोदी खुद गलत तथ्य पेश करते हैं, गलत इतिहास बताते हैं।’’ 

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘वह अपने चुनावी अभियानों में प्रधानमंत्री की तरह नहीं बोलते। आखिरकार प्रधानमंत्री तो प्रधानमंत्री होता है। व्यक्ति चाहे कोई भी हो, पीएम पद का सम्मान किया जाना चाहिए।’’ 

मोदी और शाह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘(लेकिन) पीएम को सम्मान की मांग नहीं करनी चाहिए। उन्हें तो खुद ही आदर मिलना चाहिए। वह जिस तरह इतिहास को तोड़ते-मरोड़ते हैं, जिस तरह गलत तथ्य पेश करते हैं, जिस तरह वह अपने राजनीतिक विरोधियों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। और देखिए कि अमित शाह एनआरसी पर कैसी बातें करते रहे हैं। लोगों को दीमक कहते हैं।’’ 

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘अमित शाह तानाशाही का नया नाम है।’’ रमेश ने ‘‘संस्थाओं पर कब्जे’’ के लिए भी आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि यह ‘‘अजीबोगरीब’’ है।

Web Title: For each Amit Shah, 10 Shahs of RSS practicing communal polarization says jairam Ramesh

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