वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लॉकडाउन के चलते गरीबों और दिहाड़ी मजदूरों को मिलने वाले अनाज का कोटा 5 किलो बढ़ाकर 10 किलो किया, 1 किलो दाल भी मिलेगी फ्री
By रजनीश | Published: March 26, 2020 02:07 PM2020-03-26T14:07:58+5:302020-03-26T14:10:43+5:30
देशभर में फैले कोरोना वायरस को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन के चलते लोगों के सामने कई तरह की मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। खासतौर पर दिहाड़ी मजदूर और गरीबों के सामने। इससे निपटने के लिए वित्त मंत्री ने राहत पैकेज की घोषणा की..
कोरोना वायरस के चलते देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है। लॉकडाउन के चलते कई तरह की दिक्कतें सामने आ रही हैं। इससे निपटने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही हैं। वित्त मंत्री ने लॉकडाउन से प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित गरीब और दिहाड़ी मजदूरों के साथ-साथ गांवों में रहने वालों के लिए 1.70 हजार करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा की।
निर्मला सीतारमण ने कहा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 80 करोड़ गरीबों और दिहाड़ी मजदूरों को खाद्य राहत दी जाएगी। लोगों को 5 किलो गेहूं या चावल पहले से मिलता था लेकिन स्थितियों को देखते हुए अब 5 किलोग्राम और अधिक कुल 10 किलो अनाज सरकार गरीबों को अगले तीन महीने तक मुफ्त में देगी। इसके अलावा लोगों को उनकी क्षेत्रीय पसंद की 1 किलो दाल हर महीने फ्री मिलेगी।
Pradhan Mantri Gareeb Kalyan Ann Yojna(for next 3 months):80 cr poor ppl covered(2/3rd of India’s population), in addition to already allotted 5Kg of rice/wheat per person,an additional 5kg will be free. Additional 1kg pulse (acc to regional preference) will be given,announces FM https://t.co/9XSxG62qk6pic.twitter.com/9pESnxKpum
— ANI (@ANI) March 26, 2020
वित्त मंत्री सीतारमण ने यह भी कहा कि जो डॉक्टर, नर्स और कोरोनावीर इस जंग से लड़ रहे हैं उन्हें 50 लाख का लाइफ इंश्योरेंस दिया जाएगा। इसका लाभ 20 लाख कर्मचारियों को मिलेगा।