Flashback 2019: हिमाचल में कांग्रेस साफ, बस दुर्घटना में 44 लोगों की मौत, नड्डा बने भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष
By भाषा | Published: December 30, 2019 04:30 PM2019-12-30T16:30:32+5:302019-12-30T16:30:32+5:30
भाजपा ने इस साल की शुरुआत में हुए आम चुनाव में राज्य की सभी चार सीटों पर जीत हासिल की तो दूसरी ओर नवंबर में धर्मशाला में हुए 'हिमाचल राइजिंग ग्लोबल इनवेस्टर्स मीट' के दौरान लगभग 93 हजार करोड़ रुपये के सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किये गए।
हिमाचल प्रदेश में साल 2019 में लोकसभा चुनाव में सभी सीटों पर भाजपा की जीत, बस दुर्घटना में 44 लोगों की मौत और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए आयोजित निवेशक सम्मेलन बड़ी सुर्खियां बनीं।
एक ओर भाजपा ने इस साल की शुरुआत में हुए आम चुनाव में राज्य की सभी चार सीटों पर जीत हासिल की तो दूसरी ओर नवंबर में धर्मशाला में हुए 'हिमाचल राइजिंग ग्लोबल इनवेस्टर्स मीट' के दौरान लगभग 93 हजार करोड़ रुपये के सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किये गए।
इसके अलावा जून में कुल्लू जिले में खचाखच भरी एक निजी बस गहरी खाई में गिरने से 44 लोगों की जान चली गई। इसके बाद राज्य सरकार को बस संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी। कांग्रेस ने भी राज्य के संगठन में बड़ा फेरबदल किया। आलाकमान ने राज्य में पार्टी की पूरी की पूरी इकाई और अनुषांगिक संगठनों को भंग कर दिया।
इसके अलावा एक अन्य राजनीतिक घटनाक्रम में भाजपा ने राज्य के अपने वरिष्ठ नेता जगत प्रकाश नड्डा को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे अनुराग ठाकुर को भी केन्द्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली।
इस साल हुए लोकसभा चुनाव पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुखराम के परिवार के लिये झटका साबित हुए, जिनके बेटे अनिल शर्मा ने अप्रैल में जयराम ठाकुर नीत सरकार में बिजली मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया और उनके पोते और मंडी सीट से कांग्रेस उम्मीदवार आश्रय शर्मा लोकसभा चुनाव हार गए।
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सात नवंबर को हिमाचल राइजिंग ग्लोबल इनवेस्टर्स मीट के उद्घाटन कार्यक्रम में शरीक हुए और राज्य सरकार ने निवेश को आकर्षित करने के 85 हजार करोड़ रुपये के अपने तय लक्ष्य से अधिक 93 हजार करोड़ रुपये के 614 सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किये।