असम में बगुलों के प्रजनन केंद्र को नष्ट करने पर नगरपालिका बोर्ड के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
By भाषा | Updated: June 26, 2021 19:03 IST2021-06-26T19:03:04+5:302021-06-26T19:03:04+5:30

असम में बगुलों के प्रजनन केंद्र को नष्ट करने पर नगरपालिका बोर्ड के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
उदलगुड़ी/ गुवाहाटी, 26 जून असम के उदलगुड़ी में बांस के पेड़ कटवाने में कथित संलिप्तता को लेकर तंगला नगरपालिका बोर्ड के कार्यकारी सदस्य शांतनु दास के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। बांस के पेड़ कटने से कई बगुलों की मौत हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि वन विभाग ने दास के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
उन्होंने बताया कि धानसिरी वन डिविजन के डिविजनल वन अधिकारी एनके बोरदोलोई ने पूरे प्रकरण की जांच की और पाया कि बोर्ड के कार्यकारी सदस्य ने आठ जून को वार्ड संख्या एक और दो के पांच निवासियों को बांस के झाड़ काटने का नोटिस दिया जिसपर बगुलों का घोंसला था क्योंकि उनके मुताबिक घोंसलों में मौजूद पक्षियों के ‘‘गिराए अपशिष्ट पदार्थों से वातावरण अस्वच्छ हो रहा था और इससे इलाके में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा था।’’
इस संबंध में वन्यजीव सरंक्षण अधिनियम की धारा-55 के तहत मामला दर्ज किया गया है। नगरपालिका कर्मियों द्वारा बांस काटने से कई पक्षियों के गिरने से मौत हो गई थी।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बगुलों की मौत की जांच करने के निर्देश दिए थे जिसके बाद पर्यावरण और वन मंत्री परिमल सुक्लावैद्या ने प्रधान मुख्य वन सरंक्षण (वन्यजीव) अमित सहाय को घटना की जांच कर तुंरत रिपोर्ट देने को कहा था।
बोरदोलोई ने सूचित किया कि बगुलों के 88 बच्चों को बचाया गया और काजीरंगा स्थित वन्यजीव पुनर्वास व संरक्षण केंद्र भेजा गया। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम-1972 की चौथी अनुसूची में बगुले संरक्षित जीव के रूप में सूचीबद्ध हैं।
इस बीच, खबर है कि तंगला नगरपालिका बोर्ड के अध्यक्ष दिलीप बोरो के समर्थकों ने स्थानीय पत्रकार शाजिद खान के साथ कथित तौर पर मारपीट की है।
खान बांस के पेड़ काटने वाले स्थान पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) और बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद में कार्यकारी सदस्य के दौरे की सूचना पर इलाके में गए थे।
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