फिल्म निर्माता सुनील दर्शन ने गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत, जानिए क्या है मामला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 26, 2022 04:02 PM2022-01-26T16:02:13+5:302022-01-26T16:10:33+5:30
फिल्म डायरेक्टर सुनील दर्शन ने साल 2017 में फिल्म 'एक हसीना थी एक दीवाना था' के कॉपीराइट को लेकर गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
मुंबई: फिल्म निर्माता-निर्देशक सुनील दर्शन ने कथित कॉपीराइट उल्लंघन के मामले में एल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई के साथ-साथ गूगल से संबंधित पांच अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस केस दर्ज कराया है। कॉपीराइट उलंघन के मामले में सुनील दर्शन ने सबसे पहले कोर्ट में अपील की थी और अब कोर्ट के आदेश पर सुंदर पिचाई सहित कुल पांच अन्य के खिलाफ अंधेरी ईस्ट में एमआईडीसी पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
जानकारी के मुताबिक बॉलीवुड के जानेमाने फिल्म डायरेक्टर सुनील दर्शन ने साल 2017 में फिल्म 'एक हसीना थी एक दीवाना था' बनाया था। इसी फिल्म को लेकर सुनील ने गूगल के सबसे वरिष्ठ अधिकारी सुंदर पिचाई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। दरअसल सुनील दर्शन का आरोप है कि उन्होंने इस फिल्म के अधिकार किसी को नहीं बचे थे, उसके बावजूद उनकी फिल्म 'एक हसीना थी एक दीवाना था' को कई लोगों के द्वारा YouTube पर अपलोड किया गया है। जबकि किसी और को यह करने का अधिकार नहीं है।
सुनील दर्शन ने कहा कि इस मामले में वो कई बार YouTube को सीधे भी शिकायत दर्ज करवा चुके हैं लेकिन कंपनी की ओर से इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया गया। जबकि मैंने इस फिल्म को बनाने में अपनी करोडो़ं की पूंजी लगाई और आज YouTube के प्लेटफॉर्म पर कई लोग इसे साझा करके पैसे कमा रहे हैं, जो सीधे-सीधे पैसा कमाने का अनैतिक मामला है।
दर्शन ने कहा कि जब मेरी शिकायतों पर YouTube की ओर से कोई संज्ञान नहीं लिया गया तब मैं इस मामले को लेकर कोर्ट में गया हूं। अब कोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया है कि शिकायत को दर्ज करे और मामले की जांच करें तो मुझे उम्मीद है कि मामले का हल जल्द ही निकल जाएगा।
इस संबंध में सुनील दर्शन के वकील आदित्य चितले ने कहा कि फिल्म 'एक हसीना थी एक दीवाना था' के इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी के सारे अधिकार सुनील दर्शन के पास हैं। इसलिए इस फिल्म से संबंधित सभी तरह के बिजनेस का अधिकारी भी सुनील दर्शन के ही पास है। अगर कोई भी इस फिल्म का उपयोग व्यावसायिक उद्देश्य से करता है तो वह अपराध की श्रेणी में आता है।
आदित्य चितले ने आगे कहा कि फिल्म 'एक हसीना थी एक दीवाना था' को बिना सुनील दर्शन के परमिशन के YouTube ने अपलोड करने की अनुमति दी। जिससे अपलोड करने वाले और YouTube को आर्थिक लाभ हुआ। जबकि इस प्रॉपर्टी पर सिवाय सुनील दर्शन के किसी और का अधिकार नहीं है। YouTube पर प्रसारण के माध्यम से मिले विज्ञापनों और अन्य स्रोतों के जरिये अपलोड करने वाले और YouTube दोनों ने धन अर्जित किया, जो कानूनी तौर पर अनैतिक और अन्यायपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि दर्शन ने इस मामले में कई बार सीधे भी YouTube को अपनी शिकायत दी लेकिन कोई उनकी ओर से कोई एक्शन नहीं हुआ। तब पुलिस और कोर्ट के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। जिसके बाद कोर्ट ने 5 जनवरी को एमआईडीसी पुलिस को आदेश दिया कि वो मामला दर्ज करें। पुलिस ने इस संबंध में कॉपीराइट अधिनियम के तहत धारा 51, 63 और 69 को आधार बनाते हुए केस दर्ज किया है।
मालूम हो कि भारत सरकार ने 25 जनवरी को ऐलान किया कि भारतीय मूल के गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को साल 2022 का पद्म भूषण सम्मान दिया जाएगा। साल 1972 में मदुरै में जन्म लेने वाले सुंदर पिचाई का वास्तविक नाम सुंदरराजन है। पिचाई ने आईआईटी खड़गपुर से बीटेक किया और फिर स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमटेक किया और इसके अलावा सुंदर पिटाई ने यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया के व्हार्टन स्कूल से एमबीए भी किया है।