लाइव न्यूज़ :

पुरुष से महिला बनीं डॉक्टर किन्नरों के साथ सड़क पर मांग रही थी भीख, कहानी सुन रो देंगे आप

By सतीश कुमार सिंह | Updated: November 24, 2020 21:48 IST

डॉक्टर अपने रिकॉर्ड में उचित बदलाव कराने के लिए भारतीय चिकित्सा परिषद का रुख करेंगी और क्लिनिक खोलेंगी।

Open in App
ठळक मुद्दे साल 2018 में मदुरै सरकारी चिकित्सा कॉलेज से स्नातक हुई थी।महिला बनने के लिए लिंग परिवर्तन का ऑपरेशन कराया।

मदुरैः समय बहुत ही बलवान है। इंसान को कब क्या से क्या करना पड़ जाए। वह कभी पुरुष थीं लेकिन अपना लिंग परिवर्तन कराया और महिला बन गईं। लेकिन इसके बाद जो हुआ वह यह भयानक मंजर था।

तमिलनाडु पुलिस ने ऐसा काम किया। हर कोई तारीफ कर रहा है। मदुरै पुलिस ने सड़कों पर भीख मांगती लिंग परिवर्तन कराने वाली डॉक्टर को बचाया है। हालांकि पुलिस अब उनकी एक क्लिनिक खोलने में मदद कर रही हैं। पुलिस विभाग भीख मांग रही एक महिला डॉक्टर की मदद के लिए आगे आया है। 

यह महिला डॉक्टर पहले पुरुष थी लेकिन बाद वे अपना लिंग परिवर्तन करा महिला बन गई थीं। उम्मीद है कि डॉक्टर अपने रिकॉर्ड में उचित बदलाव कराने के लिए भारतीय चिकित्सा परिषद का रुख करेंगी और क्लिनिक खोलेंगी। सड़कों पर भीख मांगते मिली महिला डॉक्टर साल 2018 में मदुरै सरकारी चिकित्सा कॉलेज से स्नातक हुई थी।

लिंग परिवर्तन कराने वाली डॉक्टर ने नाम न छापने की गुजारिश की

लिंग परिवर्तन कराने वाली डॉक्टर ने नाम न छापने की गुजारिश की है। उम्मीद है कि वह रिकॉर्ड में उचित बदलाव कराने के लिए भारतीय चिकित्सा परिषद का रुख करेंगी और क्लिनिक खोलेंगी। वह 2018 में मदुरै सरकारी चिकित्सा कॉलेज से स्नातक हुई थी। उन्होंने महिला बनने के लिए लिंग परिवर्तन का ऑपरेशन कराया, जिसके बाद उनके परिवार ने उनका बहिष्कार कर दिया। 

इस ऑपरेशन के बाद उन्हें उस अस्पताल ने निकाल दिया, जहां वह एक साल से काम कर रही थी। तिलगर तिडल पुलिस ने हाल में दुकानदारों को परेशान करने और भीख मांगने के आरोप में कुछ किन्नरों को हिरासत में लिया था। 

शुरुआत में तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ कि वह एक डॉक्टर हैं

पुलिस निरीक्षक जी कविता ने बताया, " शुरुआत में तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ कि वह एक डॉक्टर हैं। वह रो पड़ीं और कहा कि उनके पास मेडिकल डिग्री है लेकिन यह पहले वाले नाम पर है।’’ पुलिस ने दस्तावेजों का सत्यापन किया और मदुरै चिकित्सा कॉलेज के डॉक्टरों से संपर्क किया और पुष्टि की कि लिंग परिवर्तन करने वाली डॉक्टर कॉलेज में एक पुरुष थीं। 

अस्पताल से निकाले जाने के बाद उनके पास जिंदगी गुजारने का कोई साधन नहीं था तो हाल में किन्नरों के साथ भीख मांगने के लिए शामिल हो गई थीं। बहरहाल कविता उनका मामला लेकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों के पास गईं ताकि उनकी मुमकिन मदद की जा सके। 

किन्नरों के लिए काम करने वाले संगठन सहोदरी फाउंडेशन की स्थापना करने वाली कल्कि ने मंगलवार को कहा, " लिंग के आधार उन्हें नौकरी देने से इनकार करना मानवाधिकार का उल्लंघन है।" उन्होंने कहा कि अस्पताल लिंग के आधार पर किसी को भी नौकरी से नहीं निकाल सकता है और अगर अदालत का फैसला डॉक्टर के पक्ष में आ जाता है तो अस्पताल को उन्हें बहाल करना होगा।

टॅग्स :तमिलनाडुडॉक्टर
Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्टपति से अलग होकर महिला छात्रावास में रह रही थी पत्नी, मिलने के बहाने से हॉस्टल गया और कहासुनी के बाद दरांती से काटा, शव के साथ सेल्फी ले व्हाट्सएप स्टेटस पर डाला, वीडियो

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

भारतचक्रवात दित्वा को लेकर हाई अलर्ट, इन 4 राज्यों में तेज बारिश और भूस्खलन का खतरा; भयंकर तबाही की संभावना

स्वास्थ्यक्या आपने कभी कुत्ते को कंबल के नीचे, सोफे के पीछे या घर के पिछले हिस्से में खोदे गए गड्ढे में पसंदीदा खाना छुपाते हुए देखा है?, आखिर क्या है वजह

स्वास्थ्यDelhi Air Pollution: दिल्ली में हवा प्रदूषित, रहिए अलर्ट, गठिया रोगियों की संख्या में इजाफा, पारस और मैक्स हेल्थकेयर डॉक्टर दे रहे चेतावनी, जानिए कैसे करें बचाव

भारत अधिक खबरें

भारत'आप यहां चुनाव के लिए हैं, हम यहां देश के लिए हैं': प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी, बीजेपी पर हमला किया

भारतटीएमसी सांसद ने PM मोदी द्वारा बंकिम चंद्र को ‘बाबू’ की जगह ‘दा’ कहने पर जताई आपत्ति, प्रधानमंत्री को भाषण के बीच में रोका, VIDEO

भारतपहले LOC पर आग लगाओ, बारूदी सुरंगें नष्ट करो, फिर आतंकियों को धकेलने का रास्ता बनाओ: घुसपैठ के लिए पाक सेना के नए हथकंडे

भारतमुकदमों की अंबार से दबी बिहार की अदालतें, 36 लाख से अधिक लंबित मुकदमों के कारण समय पर नहीं मिल पा रहा है लोगों को न्याय

भारतजन संस्कृतिक मंचः 50 वर्ष पूरे होने पर स्वर्ण जयंती, 15 सदस्यीय आयोजन समिति का गठन