IIT-बॉम्बे के छात्र की आत्महत्या पर पिता ने उठाया जातिगत भेदभाव का मुद्दा, एसआईटी को लिखा पत्र
By अंजली चौहान | Published: April 14, 2023 10:04 AM2023-04-14T10:04:39+5:302023-04-14T10:06:02+5:30
पुलिस द्वारा मामले की जांच किए जाने पर एक पत्र बरामद किया गया था जिसमें एक हॉस्टल मेट द्वारा उत्पीड़न का उल्लेख है।
मुंबई: आईआईटी-बॉम्बे में एक छात्र दर्शन सोलंकी की आत्महत्या मामले में पिता रमेश सोलंकी ने विशेष जांच दल को पत्र लिखकर जातिगत भेदभाव होने का आरोप लगाया है। पिता ने अपने बेटे के साथ जातिगत भेदभाव को लेकर एसआईटी से जांच की मांग की है।
पत्र में दर्शन सोलंकी के पिता रमेश सोलंकी ने दावा किया है कि उनके बेटे को उसकी जाति के कारण उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, जब वह आईआईटी बॉम्बे का छात्र था। इसके साथ ही पिता ने बेटे के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की क्लोन प्रतियां परिवार को लौटाने की भी मांग की है।
गौरतलब है कि पत्र में इस बात को लेकर आशंका जताई गई है कि परिवार के सदस्य द्वारा एसआईटी को इस संबंध में पर्याप्त सामग्री उपलब्ध कराने के बावजूद जातिगत भेदभाव की घटना को जांच में दरकिनार कर दिया गया।
IIT-Bombay student Darshan Solanki suicide case| Father of Darshan Solanki has written to SIT requesting them to investigate the caste discrimination faced by his son while he was a student at IIT Bombay. He also demanded that the cloned copies of Darshan Solanki’s electronic…
— ANI (@ANI) April 13, 2023
दरअसल, गुजरात के अहमदाबाद निवासी 18 वर्षीय दर्शन सोलंकी की 12 फरवरी को छात्रावास की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद पुलिस को मामले की सूचना दी गई।
पुलिस द्वारा मामले की जांच किए जाने पर एक पत्र बरामद किया गया था जिसमें एक हॉस्टल मेट द्वारा उत्पीड़न का उल्लेख है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, कथित सुसाइड नोट में सोलंकी ने एक अन्य छात्र अरमान इकबाल खत्री पर विवाद के बाद उसे परेशान करने और धमकी देने का आरोप लगाया था।
छात्र के मंजिल से कूदने को लेकर जहां एक ओर आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है वहीं,परिवार अपने बेटे की आत्महत्या को मानने को तैयार नहीं है। परिवार इसे आत्महत्या नहीं मान रहा है।