उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फर्रुखाबाद में बंधक बनाए गए 23 बच्चों को सरकारी आवास पर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने इस घटना के दौरान सिलेंडर बम का तार काटकर सभी बच्चों की जान बचाने वाली 13 साल की अंजलि को 51 हजार रुपये दिए जाने की घोषणा के साथ ही टैबलेट देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने इस अभियान में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों को भी प्रशस्ति पत्र और 10 लाख रुपये का चेक देकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना में घायल ग्रामीण के इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी। इसके साथ ही सरकार द्वारा घायल ग्रामीण के लिए 50 हजार रुपये दिए जाने की घोषणा भी की गई।
योगी ने फर्रुखाबाद जिले के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि करथिया गांव में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले सभी परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान दिलाने की व्यवस्था की जाए। इसके अतिरिक्त जिनके पास सड़क, शौचालय अथवा स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था नहीं है, उनके यहां सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था करने के लिए जिला प्रशासन तीन दिन के भीतर प्रस्ताव भेजना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि आरोपी दंपति सुभाष बाथम व रूबी की साल भर की बेटी गौरी की परवरिश की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है। मुख्यमंत्री ने कन्या सुमंगला योजना के तहत गौरी और सभी बच्चियों को आच्छादित करने की भी बात कही।
उन्होंने कहा कि शासन उस बच्ची के नाम पर एक निश्चित धनराशि बैंक में जमा काराएगी ताकि बच्ची का आजीवन खर्चा चलता रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी बच्चों ने धैर्य के साथ-साथ दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय भी दिया। संकट के समय हमारा धैर्य और बुद्धिमत्ता हमारी सफलता को आगे बढ़ाती है।
फर्रुखाबाद में प्रशासन और पुलिस के बीच, प्रशासन और जनता के बीच एवं जनप्रतिनिधियों और जनता के बीच एक बेहतर समन्वय होने का यह एक अच्छा परिणाम हमें मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिरफिरे व्यक्ति ने अपने घर में बेसमेंट बनाया था।
घर में कोई खिड़की नहीं थी। उसने आपराधिक मानसिकता के साथ अपना घर बनाया था। अब बीट पुलिस के साथ ही आम लोगों को भी अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क रहना चाहिए और अपने घर के आसपास इस तरह के संदिग्ध निर्माण पर पैनी नज़र रखनी चाहिए।