फर्रुखाबाद मामलाः सीएम योगी ने कहा, जो जैसा करेगा वैसा भरेगा, आदेश था- किसी बच्चे को खरोंच तक नहीं आनी चाहिए
By भाषा | Updated: January 31, 2020 18:27 IST2020-01-31T18:27:51+5:302020-01-31T18:27:51+5:30
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा, ''मुख्यमंत्री का स्पष्ट आदेश था कि बच्चों को किसी भी सूरत में सुरक्षित बचाया जाए और किसी बच्चे को एक भी खरोंच नहीं आनी चाहिए।’’ प्रवक्ता ने कहा कि गुरुवार शाम घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने तत्काल सभी बैठकें और महत्वपूर्ण कार्यक्रम रद्द कर दिये और तुरंत संकट प्रबंधन टीम (क्राइसिस मैनेजमेंट टीम) की आपात बैठक बुलायी।

हमारी प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ बच्चों को जल्द से जल्द सुरक्षित छुड़ाने की होनी चाहिए।
अपराध और अपराधियों से किसी तरह का समझौता नहीं करने की नीति पर काम करने का दावा करने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फर्रुखाबाद मामले में पुलिस—प्रशासन के आला अधिकारियों को स्पष्ट आदेश दिया था कि पूरी कार्रवाई के दौरान एक भी बच्चे को खरोंच नहीं आनी चाहिए।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा, ''मुख्यमंत्री का स्पष्ट आदेश था कि बच्चों को किसी भी सूरत में सुरक्षित बचाया जाए और किसी बच्चे को एक भी खरोंच नहीं आनी चाहिए।’’ प्रवक्ता ने कहा कि गुरुवार शाम घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने तत्काल सभी बैठकें और महत्वपूर्ण कार्यक्रम रद्द कर दिये और तुरंत संकट प्रबंधन टीम (क्राइसिस मैनेजमेंट टीम) की आपात बैठक बुलायी।
उन्होंने कहा, ''मुख्यमंत्री तब तक इस इस अभियान की निगरानी करते रहे, जब तक एक एक बच्चा सकुशल अपने घर नहीं पहुंच गया।'' प्रवक्ता के अनुसार मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा था कि एक भी बच्चे को खरोंच नहीं आनी चाहिए। हमारी प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ बच्चों को जल्द से जल्द सुरक्षित छुड़ाने की होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि करीब नौ घंटे के लंबे अभियान में बच्चों को बंधक बनाकर रखने वाले पति-पत्नी सुभाष बाथम और रूबी को मार गिराया गया और सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया। प्रवक्ता ने बताया कि घटना के तत्काल बाद मुख्यमंत्री योगी ने कानपुर रेंज के सभी अधिकारियों को मौके पर पहुंचने को कहा। साथ ही एटीएस (आतंकवाद रोधी दस्ता) का एक दस्ता घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। अपराधी के उग्र होने की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री ने बीच बैठक के बीच से एडीजी एटीएस को भी घटनास्थल पर भेज दिया।
सीएम योगी ने कहा है कि फर्रुखाबाद में सभी बच्चे सुरक्षित बच गए। दरिंदे को वही सजा मिली, जिसका वह हकदार था। फर्रुखाबाद मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी चिंतित थे। दरअसल गुरुवार की रात लगभग आठ घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 24 बच्चों को छुड़ा लिया गया था। इस एनकाउंटर में बंधक बनाने वाला सुभाष बाथम मुठभेड़ में ढेर हो गया था, जबकि उसकी पत्नी की भीड़ ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी।