किसान संगठनों ने कहा बातचीत के लिये केंद्र सरकार प्रतिनिधि भेजे

By भाषा | Published: November 30, 2020 09:44 PM2020-11-30T21:44:37+5:302020-11-30T21:44:37+5:30

Farmers' organizations said that central government representatives should be sent for talks | किसान संगठनों ने कहा बातचीत के लिये केंद्र सरकार प्रतिनिधि भेजे

किसान संगठनों ने कहा बातचीत के लिये केंद्र सरकार प्रतिनिधि भेजे

सोनीपत, 30 नवम्बर राष्ट्रीय राजधानी से सटे सोनीपत के सिंधु सीमा पर मांगों के समर्थन में धरने पर बैठे हजारों किसानों के संगठनों ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह किसी भी वार्ता के लिए दिल्ली नहीं जाएंगे बल्कि केंद्र सरकार का प्रतिनिधि यहीं आकर उनसे बातचीत करें।

केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में कुंडली बॉर्डर पर चल रहा विभिन्न किसान संगठनों का धरना आज पांचवे दिन में प्रवेश कर गया। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से किसानों के यहां पहुंचने का सिलसिला बदस्तूर जारी रहा। रोजाना हजारों किसानों के धरना स्थल पर पहुंचने से इसका आकार विशाल होता जा रहा है। राजमार्ग के बीचों बीच किसानों के धरने के कारण यातायात पूरी तरह से ठप हो चुका है ।

किसानों ने बताया कि किसान जत्थबंदियों ने धरना स्थल पर ही गुरूनानक जी का 551वां प्रकाश पर्व मनाया, और उन्हें नमन किया और उनकी शिक्षाओं का आत्मसात करने का प्रण लिया ।

राजधानी दिल्ली से लगने वाली सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है और इस आंदोलन में अब दिल्ली यूनिवर्सिटी से आइसा के छात्र समेत शाहीन बाग में प्रदर्शन करने वाली महिलाओं ने किसानों को अपना समर्थन दिया है ।

किसानों को समर्थन देते हुए इन महिलाओं ने केंद्र सरकार को किसान विरोधी बताया और कहा कि यह हमेशा से गरीबो को दबाती आई है ओर हमेशा ऐसा कानून को पास किया जिसे लोगों का हानि हो ।

सोनीपत स्थित कुंडली एवं राई औद्योगिक इलाके के अधिकारी एवं कर्मचारियों में से अधिकतर दिल्ली से सोनीपत आते हैं, इन इलाकों में हजारों फैक्ट्रियां हैं जिनका कार्य इस किसान आंदोलन एवं जाम के कारण लगातार प्रभावित हो रहा है। फैक्ट्री मालिकों का कहना है कि सरकार और किसानो के बीच जारी खींचतान के कारण उनका काम बाधित हो रहा है क्योंकि मजदूरों को भी पहुंचने में असुविधा हो रही है।

किसानों के आंदोलन से प्रशासन और आम लोगों को इससे कठिनाईं आ रही है। अब तक रेल गाड़ियों का परिचालन शुरू नहीं हो सका है और परिवहन अधिकारियों का कहना है कि इस जाम के कारण सोनीपत—दिल्ली बस सेवा भी बंद हो चुकी है।

जिला प्रशासन ने उपद्रव से निपटने के लिये केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की दो अतिरिक्त कंपनियां मंगवाई। एसडीएम विजय मलिक ने स्वयं धरना स्थल पर व्यवस्था संभाली है।

मलिक ने बताया कि कुंडली बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों को कोई परेशानी न हो इसके लिए सोनीपत प्रशासन द्वारा कई अहम निर्णय लिया गया है, जिसके तहत धरना स्थल पर तैनात किये गये रेडक्रॉस के एम्बुलेंसों की संख्या बढ़ा कर 10 कर दी गई।

उन्होंने एम्बुलेंस के चालकों को निर्देश दिया कि वह गूगल मैप, अपने जानकारों और जिस भी तरीके से हो गलियों के रास्तों के बारे में जानकारी हासिल करें ताकि किसी आपात स्थिति में सिविल अस्पताल में मरीजों को पहुंचाया जा सके।

उन्होंने ड्राइवरों को चेताया कि एैन वक्त पर रास्ते का ज्ञान नहीं होने का बहाना नहीं चलेगा। उन्होंने बताया कि किसानों के स्वास्थ्य की जांच के लिए कोविड-19 सेंटर की स्थापना की जाएगी, जहां किसानों की नियमित रूप से कोरोना वायरस की जांच की जाएगी और इसके अलावा यहां स्वास्थ्य जांच केंद्र भी स्थापित किया जाएगा।

इस सबीच उपायुक्त श्यामलाल पूनिया ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए किसानों के धरनास्थल पर संबंधित विभाग कहीं पर भी कोताही न बरतें क्योंकि किसी भी कोताही को पूरी गंभीरता से लिया जाएगा।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह कोविड-19 के इस दौर में धरनास्थल पर एकत्रित किसानों के स्वास्थ्य के बारे में पूरी गंभीरता बनाए रखें और उपायुक्त ने नगर निगम को आदेश दिया कि धरनास्थल पर साफ-सफाई में किसी प्रकार की ढिलाई न करें।

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