किसान नेता राकेश टिकैत बोले- सरकार आमंत्रित करती है तो किसान वार्ता के लिए तैयार, मांग में कोई बदलाव नहीं

By भाषा | Published: April 12, 2021 07:56 AM2021-04-12T07:56:24+5:302021-04-12T07:58:10+5:30

बीकेयू मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक की ओर से जारी बयान में टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ वार्ता वहीं से बहाल होगी जहां 22 जनवरी को खत्म हुई थी।

Farmer leader Rakesh Tikait said - If the government invites then the farmers are ready for talks, there is no change in the demand | किसान नेता राकेश टिकैत बोले- सरकार आमंत्रित करती है तो किसान वार्ता के लिए तैयार, मांग में कोई बदलाव नहीं

राकेश टिकैत (फाइल फोटो)

Highlightsकिसान नेता ने कहा कि मांग भी वहीं हैं कि तीनों काले कानूनों को निरस्त किया जाए, न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए नया कानून बनाया जाए। राकेश टिकैत का बयान कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज द्वारा केंद्रीय कृषि मंत्री से वार्ता बहाली के लिये की गयी अपील के बाद आया है।  

गाजियाबाद: बीकेयू के नेता राकेश टिकैत ने रविवार को कहा कि यदि सरकार आमंत्रित करती है तो नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान वार्ता के लिए तैयार हैं, बातचीत वहीं से शुरू होगी जहां 22 जनवरी को खत्म हुई थी और मांगों में कोई बदलाव नहीं है।

उन्होंने कहा कि वार्ता बहाली के लिए सरकार को प्रदर्शनकारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा को वार्ता का निमंत्रण देना चाहिए। बीकेयू मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक की ओर से जारी बयान में टिकैत ने कहा, ‘‘ सरकार के साथ वार्ता वहीं से बहाल होगी जहां 22 जनवरी को खत्म हुई थी।

मांग भी वहीं हैं कि तीनों काले कानूनों को निरस्त किया जाए, न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए नया कानून बनाया जाए। ’’ टिकैत का बयान कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज द्वारा केंद्रीय कृषि मंत्री से वार्ता बहाली के लिये की गयी अपील के बाद आया है।  

बता दें कि कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर संघर्षरत किसान संगठनों ने शनिवार सुबह केएमपी (कुंडली-मानेसर-पलवल) एक्सप्रेस-वे जाम कर दिया। इस दौरान वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया है। 

वहीं 24 घंटे तक जाम रखने के आह्वान के बाद पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है। वहीं केएमपी जाम होने के कारण नेशनल हाईवे पर गन्नौर और मुरथल में भी भारी जाम लग गया है। भारी वाहनों को रोकने के कारण रास्ता जाम हो गया है। 

हर बार पर्याप्त इंतजाम का दावा करने वाली पुलिस भारी वाहन रोक नहीं पा रही। पानीपत और गन्नौर में नाका होने के बावजूद मुरथल तक भारी वाहन पहुंच रहे हैं।

Web Title: Farmer leader Rakesh Tikait said - If the government invites then the farmers are ready for talks, there is no change in the demand

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे