फेसबुक विवाद: शशि थरूर के नेतृत्व वाले सांसदों के पैनल ने फेसबुक प्रतिनिधि को 2 सितंबर को पेश होने को कहा, भाजपा सांसद ने की थरूर को हटाने की मांग
By स्वाति सिंह | Published: August 20, 2020 10:39 PM2020-08-20T22:39:59+5:302020-08-21T05:32:36+5:30
फेसबुक को सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी संसद की स्थायी समिति ने उसके मंच के कथित दुरुपयोग के मुद्दे पर चर्चा के लिए आगामी दो सितम्बर को तलब किया है।
नई दिल्ली: भाजपा के कुछ नेताओं के नफरत वाले कथित बयानों को नज़रअंदाज करने के आरोपों का सामना कर रहे सोशल मीडिया मंच फेसबुक को सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी संसद की स्थायी समिति ने उसके मंच के कथित दुरुपयोग के मुद्दे पर चर्चा के लिए आगामी दो सितम्बर को तलब किया है।
कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की अध्यक्षता वाली समिति इस मामले में दो सितंबर को फेसबुक प्रतिनिधियों का पक्ष सुनेगी। हालांकि यह समन स्थायी समिति के सदस्यों के बीच खींचतान के बीच आया है।
समिति में बीजेपी के दो सदस्यों ने थरूर को समिति के प्रमुख पद से हटाए जाने की मांग की है।The Committee has also summoned representatives of Ministry of Electronics and Information Technology over the same issue, on September 2. https://t.co/mbkQnhd729
— ANI (@ANI) August 20, 2020
इंटरनेट बंद करने संबंधी मुद्दों पर भी होगी चर्चा
इससे एक दिन पहले यह समिति इंटरनेट बंद करने संबंधी मुद्दों पर भी चर्चा करेगी। फेसबुक के अलावा सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी संसदीय समिति ने इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के प्रतिनिधियों को भी दो सितम्बर को प्रस्तावित इस बैठक में उपस्थित रहने को कहा गया है।
बैठक में नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा और ऑनलाइन सोशल मीडिया मंचों के दुरुपयोग पर रोक लगाने संबंधी विषय पर चर्चा की जाएगी जिसमें डिजीटल दुनिया में महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष बल रहेगा। बैठक की यह अधिसूचना ठीक उस दिन आई जब सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी संसदीय समिति के प्रमुख शशि थरूर के खिलाफ भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर उन्हें समिति के अध्यक्ष पद से हटाने की मांग की।
भाजपा सांसद थरूर को हटाने की मांग की
बिरला को लिखे पत्र में नियमों का हवाला देते हुए दुबे ने उनसे आग्रह किया है कि वे थरूर के स्थान पर किसी दूसरे सदस्य को समिति का अध्यक्ष नियुक्त करें। भाजपा सांसद का आरोप है कि जब से थरूर इस समिति के अध्यक्ष बने हैं तब से वह इसके कामकाज को गैरपेशेवर तरीके से आगे बढ़ा रहे हैं और अफवाह फैलाने का अपना ‘‘राजनीतिक कार्यक्रम’’ चला रहे हैं और ‘‘मेरी पार्टी को बदनाम’’कर रहे हैं।
लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक एक सितम्बर को बुलाई गई बैठक में संचार और गृह मंत्रालय के अधिकारियों के अलावा बिहार, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली के प्रतिनिधियों को भी बुलाया गया है।