मध्य प्रदेश: घर में जलता है सिर्फ एक बल्ब लेकिन बिल थमाया 21,000 रुपये का
By कोमल बड़ोदेकर | Published: August 3, 2018 08:41 PM2018-08-03T20:41:53+5:302018-08-03T20:41:53+5:30
यूं तो देश भर में बिजली कंपनियों की धोखाधड़ी और जरा सी खपत पर हजारों रुपयों का बिल थमा देना कोई नई बात नहीं है लेकिन एक 10 वॉट का बल्ब चार महीने जलता है और बिल 21 हजार 700 रुपये आ जाता है। ये मामला कहीं ओर का नहीं बल्कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है।
भोपाल, 3 अगस्त। यूं तो देश भर में बिजली कंपनियों की धोखाधड़ी और जरा सी खपत पर हजारों रुपयों का बिल थमा देना कोई नई बात नहीं है लेकिन एक 10 वॉट का बल्ब चार महीने जलता है और बिल 21 हजार 700 रुपये आ जाता है। ये मामला कहीं ओर का नहीं बल्कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है।
दरअसल, भोपाल स्थित सीएम हाऊस से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हथाईखेड़ा के कोकता गांव इलाके में रहने इंदर सिंह को उस वक्त झटका लगा जब उन्हें बिजली कंपनी ने 21 हजार 700 रुपये का बिल थमा दिया।
लेकिन हैरानी इस बात की है घर में सिर्फ बिजली का एक बल्ब, कभी-कभी टेलिविजन और कभी-कभी पंखा चलता है। यूं तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गरीबों को 200 रुपये प्रतिमाह की दर से बिजली मुहैया करवाने की बात कर रहे हैं लेकिन जिस गरीब शख्स को प्रतिमाह 300 रुपये पेंशन मिलती हो उसे 21 हजार रुपये का बिल थमा देना अपने आप में अजीब बात है।
स्वास्थ समस्या के चलते इंदर अब काम नहीं कर सकते। उनकी पत्नी को भी पेंशन के रूप में 300 रुपये मिलते हैं। लेकिन बीते 2 महीनों से ठीक से राशन नहीं मिला है। गेंहू और चावल तो मिल रहे हैं लेकिन मिट्टी का तेल और शक्कर जैसी जरूरमंद चीजें बंद कर दी गई है।
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