लाइव न्यूज़ :

यूरोप को सता रहा है कोरोना महामारी के दूसरे दौर के लौटने का डर: डॉक्टर लुइगी तोटा

By शीलेष शर्मा | Updated: October 17, 2020 19:12 IST

डॉक्टर लुइगी के अनुसार आज भी इटली में लगभग 4 लाख कोरोना संक्रमित बने हुए है। उन्होंने साफ़ किया कि यह स्थिति केवल इटली की नहीं समूचे यूरोप में कोरोना के मामले फिर से ज़ोर पकड़ रहे हैं। 

Open in App
ठळक मुद्देफ्रांस में तो मेडिकल इमरजेंसी घोषित कर दी गयी है और रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है।  लोगों को भय है कि कोरोना महामारी मार्च 2020 की तरह अपनी तांडव लीला फिर से दिखा सकती है। 

नयी दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी को लेकर लगभग एक वर्ष पूरा होने के बावजूद यूरोप द्वारा हुआ है। भारत में जिस तरह संक्रमित लोगों का आंकड़ा 74 लाख के पाकर जा चुका है उससे इटली सहित तमाम दूसरे देश अब यह आशंका व्यक्त कर रहे है कि इन देशों में कोरोना महामारी का दूसरा दौर ठीक उसी तरह लौट सकता है जैसे मार्च 2020  में कोरोना वायरस का प्रकोप आया था। 

इटली के सबसे मशहूर पोलिसिनिको उम्बर्तो हस्पताल के डॉक्टर लुइगी तोटा  ने लोकमत से ख़ास बातचीत में बताया कि  हालात उनके देश में सामान्य की ओर  लौट अवश्य रहे हैं लेकिन लोगों को भय है कि कोरोना महामारी मार्च 2020 की तरह अपनी तांडव लीला फिर से दिखा सकती है। 

डॉक्टर लुइगी के अनुसार आज भी इटली में लगभग 4 लाख कोरोना संक्रमित बने हुए है। उन्होंने साफ़ किया कि  यह स्थिति केवल इटली की नहीं समूचे यूरोप में कोरोना के मामले फिर से ज़ोर पकड़ रहे हैं। फ्रांस में तो मेडिकल इमरजेंसी घोषित कर दी गयी है और रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है। 

पर्यटन उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है क्योंकि यूरोपीय देशों ने पर्यटकों के आवागमन पर रोक लगा रखी है।  भारत में तेज़ी से बढ़ रहे कोरोना मामलों पर चिंता जताते हुए लुइगी ने कहा कि इससे निपटने के लिए बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता है क्योंकि जब तक इसकी कोई वैक्सीन नहीं आती तब तक इस महामारी पर पूरी तरह अंकुश लगाना संभव नहीं है। 

भारत में कोरोना प्रबंधन की व्यवस्था को लेकर न ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए उन्होंने इटली का उदाहरण दिया कि दुनिया के देशों में स्वास्थ्य की दृष्टि से दूसरे नंबर का देश होते हुए भी सरकार ने कोरोना काल में सभी गतिविधियों पर अंकुश लगा कर पूरा ध्यान कोरोना प्रबंधन में लगाया जिससे इटली जल्दी ही इस महामारी पर आंशिक अंकुश लगा सका। 

उनका यह भी कहना था कि पूरे देश की समूची व्यवस्था इस समय उन मरीज़ों पर केंद्रित है जो इस संक्रमण के शिकार हुए हैं ताकि किसी भी खतरनाक परिस्तिथि से समय रहते निपटा जा सके।  ग़ौरतलब है कि  कोरोना महामारी प्रबंधन को लेकर राहुल गाँधी मोदी सरकार की पहले ही तीखी आलोचना कर चुके हैं।  

टॅग्स :कोरोना वायरसफ़्रांसइटलीइंडिया
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत