नई दिल्ली: बागी विधायकों ने महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है जिससे सरकार गिरने का खतरा उत्पन्न हो गया है। यही नहीं, अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है। इस बीच शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी याचिका में कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को लेकर एक बड़ा दावा किया है।
शिंदे ने कोर्ट में दायर अपनी याचिका में कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन ने सदन में बहुमत खो दिया है क्योंकि शिवसेना विधायक दल के 38 सदस्यों ने अपना समर्थन वापस ले लिया है और इस तरह सदन में बहुमत से नीचे आ गया है। सुप्रीम कोर्ट आज एकनाथ शिंदे द्वारा महाराष्ट्र के बागी विधायकों के खिलाफ डिप्टी स्पीकर द्वारा जारी अयोग्यता नोटिस के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करेगा। इस बीच शिंदे के समर्थक ठाणे में उनके आवास के बाहर जमा हो गए है।
बता दें कि शिंदे और शिवसेना के विधायकों का बड़ा हिस्सा 22 जून से असम की राजधानी गुवाहाटी के एक होटल में डेरा डाले हुए है। शिंदे के नेतृत्व वाला विद्रोही समूह मांग कर रहा है कि शिवसेना को महा विकास आघाड़ी गठबंधन (एमवीए) से हट जाना चाहिए, लेकिन शिवसेना सुप्रीमो और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हार मानने से इनकार कर दिया है और पार्टी ने अब असंतुष्टों से कहा है कि वे इस्तीफा दें और फिर से चुनाव लड़ें। एमवीए में कांग्रेस और राकांपा भी शामिल हैं।