एकनाथ खड़से बोले- फड़नवीस ने मेरा करियर बर्बाद किया, प्रदेश BJP अध्यक्ष उनके पार्टी छोड़ने पर बोले- फैसला चौंकाने वाला लेकिन कटु सत्य
By भाषा | Published: October 21, 2020 07:29 PM2020-10-21T19:29:40+5:302020-10-21T19:29:40+5:30
महाराष्ट्र भाजपा के नेताओं ने बुधवार को पूर्व मंत्री एकनाथ खड़से के पार्टी छोड़ने के फैसले को चौंकाने वाले बताते हुए निराशा जतायी है।
मुंबई: महाराष्ट्र भाजपा से नाता तोड़ने के बाद एकनाथ खड़से ने कहा कि पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने मेरा करियर बर्बाद कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे पार्टी छोड़ने की मुख्य वजह भी देवेंद्र फड़नवीस ही हैं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने बुधवार को पूर्व मंत्री एकनाथ खड़से के पार्टी छोड़ने के फैसले को चौंकाने वाले बताते हुए निराशा जतायी। इससे पहले राज्य के मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि शुक्रवार को खड़से सत्तारूढ़ राकांपा में शामिल होंगे।
खड़से के कदम के बारे में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा, " जब तक आज मुझे उनका इस्तीफा नहीं मिल गया, हमें उम्मीद थी कि खडसे पार्टी में बने रहेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम बातचीत से कोई समाधान निकलने को लेकर आशावादी थे और कुछ नेताओं के साथ उनकी निराशा के बावजूद आगे बढ़ने की उम्मीद थी... मैं उन्हें उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।"
भाजपा नेता ने कहा, "यह हमारे लिए एक कटु सच है कि उन्होंने भाजपा छोड़ दी है।" उन्होंने कहा, "उन्हें भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से छोड़ने की कोई आवश्यकता नहीं थी। उन्होंने भाजपा के लिए कई वर्षों तक काम किया और राज्य के विभिन्न समुदायों के लिए काम किया।" पार्टी के वरिष्ठ नेता और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि पार्टी को यह विचार करने की जरूरत है कि खडसे ने पार्टी छोड़ने का फैसला क्यों किया।
उन्होंने एक क्षेत्रीय समाचार चैनल से बातचीत करते हुए कहा, "पार्टी छोड़ने का खडसे का फैसला प्रदेश भाजपा के लिए एक बड़ा झटका है। उन्होंने कई वर्षों तक पार्टी के विकास के लिए काम किया था। मुझे लगता है कि पार्टी को यह सोचने की जरूरत है कि क्यों उनके जैसे वरिष्ठ नेता ने पार्टी छोड़ने का फैसला किया।”
मुनगंटीवार ने कहा, "खडसे पार्टी के एक कुशल नेता थे और हमने हमेशा उन्हें महाराष्ट्र में भाजपा के अग्रणी नेताओं में से एक के रूप में देखा। मैं चाहता हूं कि वह वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करें।"