रांची: झारखंड के पूर्व उपायुक्त और आईएएस अधिकारी छवि रंजन के घर समेत प्रवर्तन निदेशालय ने कई स्थानों पर छापेमारी की है। प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी के दौरान सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, बिहार में हुए नौकरी के बदले जमीन घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय लगातार कार्रवाई कर रही है। बीते गुरुवार को ईडी ने झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल के कई स्थानों को मिलाकर 22 ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया था।
भूमि घोटाले में फंसे आईएएस अधिकारी छवि रंजन के रांची स्थित घर और अन्य जगहों पर भी ईडी ने ताबड़तोड़ छापेमारी की थी।
छापेमारी के बाद कुल सात आरोपियों को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है, जिनकी पहचान अफसर अली, इम्तियाज अहमद, प्रदीप बागची, मोहम्मद सद्दाम हुसैन, तल्हा खान, भानु प्रताप प्रसाद और फैयाज खान के रूप में हुई हैं।
गुरुवार सुबह शुरु हुई इस छापेमारी के तहत ईडी ने पश्चिम बंगाल में दो स्थान, बिहार में एक और झारखंड के जमशेदपुर और रांची में ताबड़तोड़ छापेमारी की थी।
क्या है नौकरी के बदले जमीन घोटाला
गौरतलब है कि ये उस समय की बात है जब राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव तत्कालीन सरकार में रेल मंत्री थे। इस दौरान उन पर आरोप है कि साल 2004-2009 की अवधि के दौरान भारतीय रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में समूह डी के पदों पर विभिन्न लोगों की भर्तियां की गई थी।
और इसके बदले में संबंधित व्यक्तियों के परिवारों ने रेल मंत्री रहे लालू प्रसाद यादव के परिवार और करीबियों के सदस्यों के नाम अपनी जमीनें दी थी। इस घोटाले के सामने आने के बाद से ही लालू परिवार समेत अन्य अधिकारियों ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं।