लाइव न्यूज़ :

Economic Survey 2020: आर्थिक समीक्षा पेश, अगले वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 6-6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 31, 2020 16:26 IST

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को कहा कि भारत की आर्थिक बुनियाद मजबूत है और देश को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं वित्त मंत्री ने संसद में आर्थिक समीक्षा पेश कर दिया है.

Open in App
ठळक मुद्देसंसद ने संशोधित नागरिकता कानून बनाकर बापू की इच्छा पूरा की : राष्ट्रपतिबुनियाद मजबूत, देश को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रयास : कोविंद

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आर्थिक समीक्षा पेश कर दिया है। आर्थिक समीक्षा 2019-20 के मुताबाकि अगले वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 6-6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान हैं। निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2020 को संसद में बजट पेश करेंगी। लोकसभा की कार्यवाही कल (शनिवार) सुबह तक स्थगित कर दी गई है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश 2019-20 की आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि विनिर्माण गतिविधियों और वैश्विक व्यापार के नरमी से बहार आने के संभावित संकेत हैं। इसका अगले वित्त वर्ष में वृद्धि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इसमें कहा गया है कि सरकार का सस्ता मकान, मेक इन इंडिया, कंपनी कर में कटौती और कारोबार सुगमता में सुधार जैसे कदमों के अलावा अन्य कारकों से आर्थिक वृद्धि में तेजी लाने में मदद मिलेगी। हालांकि समीक्षा में आगाह करते हुए कहा गया है कि वैश्विक व्यापार में निरंतर समस्या, अमेरिका-ईरान के बीच भू-राजनीतिक तनाव और विकसित अर्थव्यवस्थाओं में कमजोर आर्थिक पुनरूद्धार जैसे कुछ जोखिम हैं जिससे वृद्धि नीचे जा सकती है।

समीक्षा में कहा गया है, ‘‘शुद्ध रूप से ऐसा लगता है कि मजबूत जानदेश वाली सरकार के पास सुधारों को तेजी से आगे बढ़ाने की क्षमता को देखते हुए वृद्धि के ऊपर जाने की संभावना है।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि में तेजी आनी चाहिए। इसका एक कारण 2019-20 में 5 प्रतिशत वृद्धि का तुलनात्मक आधार कमजोर होना है।’’ समीक्षा के अनुसार जोखिमों को देखते हुए देश की जीडीपी वृद्धि दर अगले वित्त वर्ष में 6 से 6.5 प्रतिशत रह सकती है।’’

चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि के अनुमान के बारे में कहा गया है कि 5 प्रतिशत वृद्धि दूसरी छमाही में तेजी आने का संकेत देती है। समीक्षा के अनुसार जीडीपी वृद्धि में कमी को वृद्धि के धीमे चक्र की रूपरेखा से समझा जा सकता है। वित्तीय क्षेत्र का इस पर प्रभाव पड़ा है। इसमें कहा गया है कि 2019-20 की दूसरी छमाही में तेजी में 10 क्षेत्रों का प्रमुख योगदान रहा है। ये प्रमुख क्षेत्र इस साल पहली बार निफ्टी इंडिया कंजप्शन इंडेक्स में तेजी, शेयर बाजार में मजबूती, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रवाह में बेहतर होना, वस्तुओं की मांग बढ़ना, ग्रामीण क्षेत्रों में खपत का अनुकूल माहौल, औद्योगिक गतिविधियों में फिर से तेजी आना, विनिर्माण में निरंतर सुधार होना, वाणिज्यिक या वस्तुओं का निर्यात बढ़ना, विदेशी मुद्रा भंडार में और अधिक वृद्धि होना और जीएसटी राजस्व के संग्रह में उल्लेखनीय वृद्धि शामिल हैं।

समीक्षा में यह भी कहा गया है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय से विलय वाली इकाइयां मजबूत होंगी, जोखिम कम होगा और परिणामस्वरूप ब्याज दर में कमी आएगी। इसके अनुसार जीएसटी क्रियान्वयन में बाधाओं में के दूर होने, घरेलू बाजार एकीकरण से व्यापार लागत कम होगी और नया निवेश का रास्ता बनेगा। पुन: भूमि और श्रम बाजार में सुधारों से व्यापार लागत कम होगी।

टॅग्स :आर्थिक समीक्षाइकॉनोमीमोदी सरकारनिर्मला सीतारमण
Open in App

संबंधित खबरें

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो के उड़ानों के रद्द होने पर राहुल गांधी ने किया रिएक्ट, बोले- "सरकार के एकाधिकार मॉडल का नतीजा"

भारतसंचार साथी ऐप में क्या है खासियत, जिसे हर फोन में डाउनलोड कराना चाहती है सरकार? जानें

कारोबारचुनौतियों के बावजूद उम्मीद से अधिक है देश की विकास दर

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारत"संचार साथी ऐप अनिवार्य नहीं, डिलीट कर सकते हैं लोग", विवाद के बीच बोले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत