आतंक पर एयर स्ट्राइक के बाद सुषमा स्वराज वैश्विक समुदाय को साधने के लिए बुधवार को चीन दौरे पर पहुंची हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने वुज़ेन में चीन के विदेश मंत्री वांग ली और रूसी विदेश मंत्री से मुलाकात की। यहां उन्होंने पुलवामा में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया और कहा भारत आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति रखता है। उन्होंने कहा कि ये मिलिटरी ऑपरेशन नहीं था। कोई मिलिटरी इंस्टालेशन को निशाना नहीं बनाया गया। हमारा उद्देश्य आतंकी कैम्प को तहस-नहस करना था ताकि वो भारत के खिलाफ कोई अन्य हमला ना कर सके। हम हालात को और बिगाड़ना नहीं चाहते। हम जिम्मेदारी के साथ बर्ताव जारी रखेंगे।
चीन में सुषमा स्वराज के भाषण की प्रमुख बातेंः-
- भारत और चीन के रिश्ते दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण हैं। अप्रैल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग की अनौपचारिक मुलाकात के बाद हमारे रिश्ते और बेहतर हुए हैं।
- यह दोनों पक्षों के लिए जरूरी है कि हमारे नेताओं के रास्ते पर प्रभावी कदम बढ़ाए जाएं। हमने अच्छे प्रयास किए हैं और आगे भी जारी रखेंगे।
- सुषमा स्वराज ने कहा कि हमारे सुरक्षा बलों पर पुलवामा में हमले से सभी ज्ञात हैं। ये हमला पाकिस्तान में फल-फूल रहे जैश-ए-मोहम्मद ने अंजाम दिया था। जिसमें हमने अपने 40 जवान खो दिए और कई गंभीर घायल हो गए।
- ऐसे हमले सभी देशों के लिए अलर्ट हैं कि आतंक के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंज नीति और कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
- पाकिस्तान के अपनी सीमा में आतंकी गतिविधियों के बारे में इनकार करने के बाद भारत सरकार ने प्रीएम्टिव एक्शन लिया और नागरिक हताहत ना हों इसलिए टारगेट करके आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया।
- सुषमा स्वराज ने कहा कि ये मिलिटरी ऑपरेशन नहीं था। कोई मिलिटरी इंस्टालेशन को निशाना नहीं बनाया गया। हमारा उद्देश्य आतंकी कैम्प को तहस-नहस करना था ताकि वो भारत के खिलाफ कोई अन्य हमला ना कर सके। हम हालात को और बिगाड़ना नहीं चाहते। हम जिम्मेदारी के साथ बर्ताव जारी रखेंगे।
फूंक-फूंककर कदम रख रहा है चीन
पाकिस्तान की ओर झुकाव रखने वाला चीन भारतीय वायुसेना के हमले के बाद फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। दरअसल, वह नहीं चाहता है कि भारत को नाराज कर दोनों देशों के बीच 18.68 फीसदी की सालाना दर से बढ़ रहा द्बिपक्षीय व्यापार खतरे में पड़ जाए। यही वजह है कि पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर भारत की कार्रवाई के बाद भी उसने दोनों देशों से 'संयम बरतने' की अपील की है। साथ ही भारत से अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखने के लिए कहा है।