दुष्यंत चौटाला ने 'नूंह हिंसा' को सुनियोजित मानने से इनकार करते हुए कहा, "उन्हें जवाब देना होगा, जो शांति और भाईचारे को खतरे में डाल रहे हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 7, 2023 10:52 AM2023-08-07T10:52:12+5:302023-08-07T10:55:33+5:30
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने नूंह हिंसा को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से अगल रूख अपनाते हुए हिंसा को सुनियोजित होने से इनकार किया है।
चंडीगढ़/हिसार: हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने नूंह में हुई हिंसा को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से अगल रूख अपनाते हुए हिंसा को सुनियोजित होने से इनकार किया है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि यह त्वरित प्रतिक्रिया के कारण पैदा हुई हिंसा थी, इसलिए इसे सुनियोजित साजिश कहा ठीक नहीं होगा।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के नेता दुष्यंत चौटाला ने बीते रविवार को कहा कि राज्य के लोगों को आपस में लड़ने वाले लोगों को जवाब देने की जरूरत है कि वो क्यों शांति और भाईचारे को खतरे में डाल रहे हैं।
डिप्टी सीएम चौटाला ने खुद की सरकार पर भी सवाल उठाते हुए कहा, "आज हमें भी खड़े होकर इस बात का जवाब जनता को देना होगा आखिर वो कौन लोग हमारे में हैं, जो हरियाणा की शांति और भाईचारे को खतरे में डाल रहे हैं।"
हिसार में एक कार्यक्रम के दौरान दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सभी को शांति के रास्ते पर चलना चाहिए, हिंसा केवल बर्बादी के रास्ते पर ले जाती है और इससे किसी का भला नहीं होने वाला है।
मालूम हो कि यह बयान देने से पहले भी उपमुख्यमंत्री चौटाला ने इस बात की ओर इशारा किया था कि विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने धार्मिक जुलूस निकालने से पहले नूंह में पुलिस अधिकारियों को पर्याप्त जानकारी नहीं होगी, जिसके कारण वहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई हो और फिर हिंसक झड़प हुई हो।
इसके साथ ही चौटाला मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की उस बात से असहमत दिखाई दिये, जिसमें सीएम खट्टर ने कहा था कि नूंह हिंसा "सुनियोजित" थी और विहिप जुलूस को बाधित करने के लिए हमला किया गया था।
बीते 31 जुलाई को नूंह में हुई सांप्रदायिक झड़प में दो होम गार्ड, एक मौलवी समेत कुल छह लोगों की मौत हुई थी। यह वाकया उस वक्त हुआ जब नूंह में विहिप द्वारा जुलूस निकालने पर बवाल हुआ और फिर हिंसा फैल गई।