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समाधान यात्रा के दौरान महादलितों की झोपड़ियां न दिखे इसलिए बैरिकेडिंग कर कपड़े से ढकी गई बस्तियां, लोगों के शौच और पानी पर भी आई आफत

By एस पी सिन्हा | Updated: January 19, 2023 18:36 IST

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पटना:बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने समाधान यात्रा के दौरान भोजपुर जिले में कोइलवर के सकड्डी, धन्डीहा व संदेश गए थे। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग योजनाओं का निरीक्षण किया था। उसके बाद आरा के नागरी प्रचारिणी सभागार में जीविका दीदियों के हैंड मेड क्राफ्ट का अवलोकन किया और जीविका दीदियों से संवाद किया है। 

लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के होने वाले कार्यक्रम के वजह से महादलितों को बैरिकेडिंग कर कपड़ा से ढक दिया गया है। यही नही उनको बैरिकेडिंग के पीछे कैद कर दिया गया था।

सीएम के काफिले के निकलने के मद्देनजर महादलितों के घरों को घेरा गया 

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री का काफिला गुजरना था, लिहाजा एक लाइन महादलितों के घर के बाहर बांस-बल्ले से बैरिकेडिंग कर कपड़ा लगा कर उनके झुग्गी-झोपड़ियों को ढक दिया गया था। वहीं, बैरिकेडिंग लगने के वजह से सैकड़ो महादलित एक तरफ कैद हो गए थे। 

उनके लिए घर अंदर-बाहर जाने तक का रास्ता नही छोड़ा गया था। इसको लेकर खुद उन बस्तियों में रहने वाले लोग ने कहा कि मुख्यमंत्री के वजह से हमलोग को देखिए कैद कर दिया गया है। 

लोगों ने क्या कहा 

इस पर बोलते हुए लोगों ने कहा कि हम ना ड्यूटी जा सकते हैं, ना हम लोग शौच के लिए बाहर निकल सकते है और तो और हमलोग के लिए एक जगह चापाकल है, जहां से पानी लेने जाते है। लेकिन आज पानी भी नही ले सकते। मामले में भुवर राम ने बताया कि न तो काम पर जा सकते हैं और न ही शौच के लिए बाहर निकल सकते हैं। यही नहीं बच्चे भी खेलने के लिए बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। 

समस्या का समधान नहीं किया गया लेकिन हमें कैद कर दिया गया- स्थानीय

मामले में वहां ने लोगों ने आगे कहा है कि कई सालों से वे इसी जगह पर रहते आए हैं। कभी भी पक्का मकान मयस्सर नहीं हो पाया है। पानी और शौचालय की व्यवस्था तक नहीं है। लेकिन अब मुख्यमंत्री आने वाले हैं तो महादलित बस्ती के लोगों को कैद कर दिया गया है। समस्या का समधान तो नहीं निकाला गया, लेकिन जिला प्रशासन ने हमें कैद जरूर कर दिया है। 

क्या है पूरा मामला

दरअसल, नागरी प्रचारिणी सभागर के पास रहने वाले महादलितों को कपड़े से ढककर छिपाने की कोशिश की गई थी। एक तरह से देखें तो उन्हें कैद कर दिया गया था। उनके घर के बाहर बांस और बल्ले से बैरिकेडिंग कर कपड़ा लगा कर उनके झुग्गी-झोपड़ियों को ही ढक दिया गया था।

टॅग्स :बिहार
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