टेक्नोलॉजी हब बेंगलुरु में कुछ महीनों बाद ड्रोन से होगी ऑरगन और चिकित्सा उपकरण की डिलीवरी

By अनुभा जैन | Published: April 6, 2023 04:00 PM2023-04-06T16:00:41+5:302023-04-06T16:02:44+5:30

बेंगलुरु स्थित लॉजिस्टिक कंपनी क्रिटिकालॉग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने मेडिकल कार्गो के लिए हैदराबाद स्थित स्कैंड्रॉन प्राइवेट लिमिटेड के साथ पार्टनरशिप की है।

Drone delivery of organs and medical equipment to technology hub Bengaluru after a few months | टेक्नोलॉजी हब बेंगलुरु में कुछ महीनों बाद ड्रोन से होगी ऑरगन और चिकित्सा उपकरण की डिलीवरी

फाइल फोटो

Highlightsडिलीवरी के लिए लगभग 20-25 ड्रोन तैनात किए जाएंगे दो ड्रोन पूरी तरह से ऑटोनॉमस हैं और कार्गो बक्से से लैस हैं।तीन महीने बाद शरीर के अंग या चिकित्सा उपकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्गो और प्रयोगशाला के नमूने पल भर में एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजे जा सकेंगे।

बेंगलुरु: बेंगलुरु को ड्रोन डिलीवरी मैप पर स्पॉट किया गया है। वह दिन दूर नहीं जब शहर में ड्रोन आधारित डिलीवरी होगी। अब से तीन महीने बाद शरीर के अंग या चिकित्सा उपकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्गो और प्रयोगशाला के नमूने पल भर में एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजे जा सकेंगे।

बेंगलुरु स्थित लॉजिस्टिक कंपनी क्रिटिकालॉग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने मेडिकल कार्गो के लिए हैदराबाद स्थित स्कैंड्रॉन प्राइवेट लिमिटेड के साथ पार्टनरशिप की है। डिलीवरी के लिए लगभग 20-25 ड्रोन तैनात किए जाएंगे जो ज्यादातर अस्पतालों, क्लीनिकों और फार्मेसियों के बीच होंगे।

पूरे भारत के 160 शहरों में ड्रोन-आधारित डिलीवरी के लिए, 600 करोड़ रुपये की समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए हैं जो अंततः एम्बुलेंस सेवाओं के साथ ग्रीन कॉरिडोरस के लक्ष्य की तरफ कार्य करेगा। स्कैंड्रोन शुरुआत में 100 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। 

उनका अगला गंतव्य उत्तर में दो शहर और उत्तर पूर्व में दो अन्य शहर हैं। शुरू में इस सेवा को शरीरांग डिलिवरी के लिये इस्तेमाल करते हुए इंट्रा-सिटी या शहर के अंतर्गत शुरू किया जाएगा। इसके अलावा कंपनियां वैक्सीन और दवाइयां भी एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाएंगी।

यह उल्लेख करना उचित है कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय द्वारा विमान चालन के लिए जारी प्रमाणीकरण जल्द ही अपेक्षित है। बाद में, इन कंपनियों की साझेदारी समय-संवेदी, महत्वपूर्ण और उच्च-मूल्य वाले सामानों के गोदाम-से-गोदाम वितरण में जाएगी, जिसमें सर्वर, इलेक्ट्रॉनिक घटक, उच्च मूल्य वाली नकद वस्तुएं, चिकित्सा उपकरण, मोटर वाहन घटक आदि शामिल हैं।

ऑटोमोटिव भागों और सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाओं आई.टी.ई.एस पार्टस जैसी वस्तुओं के परिवहन के लिए बेंगलुरु के व्हाइटफ़ील्ड क्षेत्र में एक कमांड सेंटर बनाया जा रहा है।

क्रिटिकालॉग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ सुजॉय गुहा ने कहा, “हम समयबद्ध कुशल डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए हेल्थकेयर, ऑटोमोटिव, आईटीईएस आदि जैसे विभिन्न कार्यक्षेत्रों में एक साथ काम करने के लिए उत्साहित हैं।“

स्कैंड्रॉन प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अर्जुन नाइक ने बताया कि कंपनियां एक घंटे के क्षमता वाले दो ड्रोन के साथ संचालन शुरू करेंगी। कार्ग्रोमैक्स 500, 5 किलो की क्षमता के साथ, 30 किलोमीटर से अधिक की उड़ान रेंज और दूसरा ड्रोन, कारगोमैक्स 2000 की क्षमता 20 किलोग्राम के साथ इसकी उड़ान रेंज 20 किलोमीटर है।

दो ड्रोन पूरी तरह से ऑटोनॉमस हैं और कार्गो बक्से से लैस हैं। इस स्केल पर पहली बार स्कैंड्रॉन ड्रोन कंपनी कार्गो ड्रोन का संचालन करेगी। कंपनी विभिन्न उद्योगों में ड्रोन आधारित निरीक्षण समाधान के साथ रक्षा, कृषि और अनुकूलित ड्रोन के साथ-साथ एंटी-ड्रोन सिस्टम सहित ड्रोन का निर्माण और संचालन करती है।

Web Title: Drone delivery of organs and medical equipment to technology hub Bengaluru after a few months

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