मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले में ड्रोन से बम गिराए गए, तीन लोग घायल, सुरक्षा को लेकर कांग्रेस ने जताई चिंता
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: September 3, 2024 10:04 IST2024-09-03T10:02:51+5:302024-09-03T10:04:20+5:30
पुलिस ने कहा कि ड्रोन से कम से कम दो विस्फोटक गिराए गए, जिसमें 23 वर्षीय महिला समेत तीन लोग घायल हो गए। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। हमले को विफल करने के लिए सुरक्षा बलों को घटनास्थल पर तैनात किया गया है।

मणिपुर में फिलहाल लगभग 60,000 केंद्रीय बलों की मौजूदगी है
इंफाल: मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले में सोमवार को एक संदिग्ध ड्रोन हमले में तीन लोग घायल हो गए। सेनजाम चिरांग इलाके में हुआ यह हमला पिछले कुछ दिनों में ड्रोन से जुड़ी दूसरी घटना है।
मणिपुर पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि इंफाल पश्चिम जिले के सेनजाम चिरांग मनिंग लीकाई में ड्रोन का उपयोग करके किए गए इसी तरह के बम हमले में तीन नागरिक घायल हो गए। सुरक्षा बल हमले का जवाब देने के लिए इलाके में हैं।
पुलिस ने कहा कि ड्रोन से कम से कम दो विस्फोटक गिराए गए, जिसमें 23 वर्षीय महिला समेत तीन लोग घायल हो गए। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। हमले को विफल करने के लिए सुरक्षा बलों को घटनास्थल पर तैनात किया गया है। इसके अलावा, उग्रवादियों ने पास की पहाड़ी से गांव पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसके कारण सुरक्षा बलों को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।
Today (02.09.2024) in a similar bomb attack using drones at Senjam Chirang Maning Leikai, Imphal West District, three civilians were injured. Security forces are in the area to repulse the attack.
— Manipur Police (@manipur_police) September 2, 2024
इससे घटना से कुछ दिन पहले भी इंफाल पश्चिम जिले में संदिग्ध आतंकवादियों ने बंदूक और बम से हमला किया, जिसमें दो पुलिसकर्मी और तीन अन्य नागरिक भी घायल हो गए। उग्रवादियों ने पहाड़ी की चोटी से कौट्रुक और पड़ोसी कदंगबंद के निचले इलाकों की ओर अंधाधुंध गोलीबारी की। इसमें एक महिला की मौत हो गई और उसकी आठ साल की बेटी घायल हो गई।
जारी घटनाओं के बीच मणिपुर के भाजपा विधायक राजकुमार इमो सिंह ने केंद्र से आग्रह किया कि यदि वे हिंसा को प्रभावी ढंग से नियंत्रित नहीं कर सकते हैं तो राज्य से केंद्रीय बलों को वापस बुलाने पर विचार करें। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में सिंह ने तर्क दिया कि यदि केंद्रीय बल ऐसा करने में असमर्थ हैं तो राज्य सुरक्षा बलों को शांति बहाल करने की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए।
मणिपुर में फिलहाल लगभग 60,000 केंद्रीय बलों की मौजूदगी है। भाजपा विधायक ने कहा है कि ऐसी ताकतों को हटाना बेहतर है जो ज्यादातर मूकदर्शक के रूप में मौजूद हैं। इस बीच, कांग्रेस ने सवाल किया कि क्षेत्र में आतंकवादी हमलों में ड्रोन के इस्तेमाल पर केंद्र सरकार चुप क्यों है। कांग्रेस विधायक दल के नेता ओ इबोबी सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर चिंता जताते हुए कहा कि अगर बम गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है तो राजभवन और मुख्यमंत्री आवास जैसे उच्च सुरक्षा वाले स्थान भी खतरे में पड़ सकते हैं।