डीयू के प्रोफेसर के बाद अब बिहार में भी एक प्रोफेसर ने की शिवलिंग पर कथित अमर्यादित टिप्पणी, FIR दर्ज
By एस पी सिन्हा | Published: May 29, 2022 05:50 PM2022-05-29T17:50:40+5:302022-05-29T17:58:47+5:30
आरोप है कि डॉ. दिनेश पाल ने शिवलिंग की तुलना लीची के बीज से करते हुए इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट साझा की थी। एक छात्र नेता की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है।
पटना: दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के द्वारा शिवलिंग को लेकर की गई कथित तौर पर अमर्यादित टिप्पणी के बाद अब बिहार में भी इसी तरह का मामला सामने आया है। छपरा में स्थित जेपी विश्वविद्यालय की सहायक प्रोफेसर डॉ. दिनेश पाल ने भी शिवलिंग के बारे में कथित तौर पर अमर्यादित टिप्पणी कर सनसनी फैला दी है। डॉ. दिनेश पाल जेपी विश्वविद्यालय के अंतर्गत दाउदपुर स्थित एक कालेज में कार्यरत हैं। इस मामले में डॉ. दिनेश पाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
आरोप है कि डॉ. दिनेश पाल ने शिवलिंग की तुलना लीची के बीज से करते हुए इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट साझा की थी। एक छात्र नेता की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। डॉ. दिनेश पाल पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद कभी भी कार्रवाई हो सकती है। वहीं प्राध्यापक दिनेश पाल ने भी दाउदपुर थाने में छात्र मनीष कुमार पांडेय पर कालेज में 24 मई को मारपीट, गाजी गलौज करने एवं रुपये छीनने का आरोप लगाते हुए आवेदन दिया है।
इस आवेदन के आलोक में छात्र मनीष कुमार पांडेय समेत अन्य पर प्राथमिकी दर्ज हुई है। इस संबंध में छपरा के सदर डीएसपी मुनेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। इस बीच डॉ. दिनेश पाल पर कार्रवाई की मांग जोर पकड़ने लगी है।
सोनपुर में भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सह सीवान जिला प्रभारी आशुतोष कुमार रितेश के आवेदन पर आइपीसी की धारा 295(ए) एवं 66/84(सी) आइटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा है कि वे सोमवार को कुलपति प्रो. फारूक अली से मिलकर उन्हें निलंबित करने की मांग करेंगे।