नयी दिल्ली, चार जुलाई दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन(डीएमआरसी) ने अपने चौथे चरण के गलियारों और पटना मेट्रो के काम की प्रगति पर नजर रखने के लिए स्वदेश निर्मित एक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल शुरू किया है।
डीएमआरसी ने बताया कि आईपीएमएस (एकीकृत परियोजना निगरानी सॉफ्टवेयर) मुख्य परियोजना प्रबंधक एवं परियोजना प्रबंधक के स्तरों और निदेशकों एवं महानिदेशकों के स्तर पर परियोजना से जुड़े सभी क्षेत्रों पर नजर रखेगा।
उसने एक बयान में कहा, ‘‘दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने अपनी कार्यप्रणाली के डिजिटलीकरण के तहत बड़ा कदम उठाते हुए अपने चौथे-चरण के गलियारों और पटना मेट्रो की प्रगति पर नजर रखने के लिए आईपीएमएस के नाम से जाने जाने वाला एक परियोजना निगरानी सॉफ्टवेयर लागू किया है।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 फरवरी, 2019 को पटना मेट्रो रेल परियोजना की आधारशिला रखी थी। डीएमआरसी पटना मेट्रो परियोजना पर काम कर रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि आईपीएमएस के माध्यम से योजना और कार्यान्वयन समेत परियोजना के सभी चरणों की निगरानी की जाएगी। इसके जरिए निविदा चरण से लेकर प्रत्येक गलियारे के राजस्व संचालन तक की निगरानी की जाएगी, जिसमें भूमि उपलब्धता, वृक्षारोपण और सेवाओं के स्थानांतरण और डिजाइन की स्थिति के मामले शामिल हैं।
इसके लिए हर गलियारे के आधार पर 'मास्टर कंस्ट्रक्शन शेड्यूल' तैयार कर आईपीएमएस पर अपलोड कर दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि तीसरे चरण का काम होने तक डीएमआरसी की परियोजना की निगरानी ऑफलाइन की जा रही थी। इस नई तकनीक के लागू होने से डीएमआरसी के इंजीनियर अब इस समर्पित सॉफ्टवेयर के जरिए काम की प्रगति पर चौबीसों घंटे नजर रख सकेंगे, क्योंकि इस पोर्टल को मोबाइल, लैपटॉप और कम्प्यूटर किसी भी माध्यम से इस्तेमाल किया जा सकता है।
अधिकारियों ने बताया डीएमआरसी की यह परियोजना सरकार की डिजिटल इंडिया और 'आत्मनिर्भर भारत' पहलों का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। इस सॉफ्टवेयर को देश में विकसित किया गया है।
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