डीएमके सांसद ने सरकारी भूमि पूजन के आयोजन पर केवल हिंदू पुजारी को देख अधिकारियों को लगाई फटकार, बोले- 'सरकारी कार्यक्रम में सभी धर्मों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 17, 2022 04:08 PM2022-07-17T16:08:29+5:302022-07-17T16:13:34+5:30
तमिलनाडु में डीएमके सांसद एस सेंथिल कुमार ने सरकारी कार्यक्रम के आयोजन में केवल धर्म विशेष के प्रतिनिधि को बुलाये जाने पर सरकारी अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई।
चेन्नई: तमिलनाडु में सत्ताधारी पार्टी डीएमके के सांसद एस सेंथिल कुमार ने सरकारी परियोजना की मदद से एक झील के पुनरुद्धार कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए इस बात पर नाराजगी जताई कि सरकारी कार्यक्रम होने के नाते इसमें पूजन के लिए सभी धर्मों के पुजारियों को क्यों नहीं बुलाया गया है।
झील पुनरुद्धार कार्यक्रम के सरकारी आयोजनकों ने 'भूमि पूजा' के लिए सांसद सेंथिल कुमार को बुलाया था, जब वो मौके पर पहुंचे तो देखा कि वहां पूजा रस्म की अदायगी के लिए केवल हिंदू पुजारी को बुलाया गया है, जिसके बाद उन्होंने सरकारी अधिकारियों की क्लास लगा दी।
समाचार वेबसाइट 'द न्यूज मिनट' के मुताबिक कार्यक्रम संपन्न होने के बाद द्रमुक सांसद सेंथिल कुमार ने मौके पर ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को केवल इसलिए फटकार लगाई क्योंकि उन्होंने इस पूजन कार्यक्रम को सर्व धर्म सम भाव के आधार पर नहीं आयोजित किया था।
तमिलनाडु के धर्मपुरी के लोकसभा सांसद कुमार ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के पेनागरम के पास मौके आयोजित इस कार्यक्रम में अधिकारियों से सवाल किया कि आखिर सरकार कार्यक्रम में केवल एक हिंदू पुजारी को ही क्यों बुलाया गया।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने सभी धर्मों के प्रतिनिधियों को इस कार्यक्रम के लिए क्यों नहीं आमंत्रित किया। मौके पर मौजूद एक अधिकारी से तीखा सवाल करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या उन्हें पता है कि किसी सरकारी समारोह में केवल धर्म विशेष के लोग नहीं बल्कि सभी धर्मों के प्रतिनिधि शामिल होने चाहिए।
कार्यक्रम स्थल पर मौजूद हिंदू पुजारी की ओर इशारा करते हुए सांसद एस सेंथिल कुमार ने अधिकारी से पूछा, "यह क्या है? यहां अन्य धर्म के पुजारी कहां हैं? ईसाई और मुस्लिम धर्म के प्रतिनिधि कहां हैं? इस पूजा के लिए आपने चर्च के फॉदर और इस्लाम धर्म के इमाम को क्यों नहीं आमंत्रित किया।"
उन्होंने कहा कि डीएमके की स्थापना ही सामाजिक न्याय के प्रतीक पेरियार के विचारों और तर्कवादी सिद्धातों से हुई है। कार्यक्रम के दौरान सांसद सेंथिल कुमार के झील के निरीक्षण के दौरान भी साथ में मौजूद अधिकारियों से सवाल-जवाब करना जारी रखा।
सांसद कुमार की नाराजगी को देखते हुए मौके पर मौजूद लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ने इसके लिए उनसे माफी मांगी। सांसद ने अधिकारी से कहा, "क्या आप मुख्यमंत्री के समारोह में ऐसी चीजें होते देखते हैं? यह द्रविड़ सरकार है और इसमें सभी धर्मों को बराबरी के आधार पर सम्मान दिया जाता है।"
मौके पर उपस्थित अधिकारियों ने इस गलती के लिए सांसद कुमार से खेद प्रगट करते हुए कहा कि भविष्य में इस बात का ध्यान रखा जाएगा। सांसद ने कहा कि भविष्य में उन्हें ऐसे कार्यक्रमों में आमंत्रित न करें, जिसमें केवल धर्म विशेष के प्रतिनीधि को बुलाया गया हो।